लखनऊ, वाईबीएन नेटवर्क
जनपद लखनऊ को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त किये जाने के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। लखनऊ में जिलाधिकारी विशाख की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न स्टेक होल्डर्स और जनपद स्तरीय अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, परियोजना अधिकारी, डूडा, प्रबंधक, उम्मीद संस्था, लखनऊ, प्रबन्धक, ग्रामीण मानव उत्थान संस्थान के साथ बदलाव संस्था लखनऊ द्वारा प्रतिभाग किया गया।
256 बच्चों को बाल सेवा योजना का दिया जाएगा लाभ
इस बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को बताया गया कि तीनों संस्थाओं और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के विभागों द्वारा अभियान चलाते हुए बाल भिक्षावृत्ति करने वाले परिवारों को चिन्हित करते हुए 256 बच्चों को बाल सेवा योजना अंतर्गत संतृप्त करते हुए उनके दाखिले स्कूलों में कराए गए है। जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए की बाल सेवा योजना से जुड़े बच्चे जो स्कूल जा रहे है इनके ग्राम प्रधानों को यह जिम्मेदारी दी जाए कि इन बच्चों की स्कूल में उपस्थिति का निरंतर सत्यापन करना सुनिश्चित किया जाए, ताकि कोई बच्चा ड्राप आउट न होने पाए। जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा बताया गया कि चाइल्ड लाइन, नगर निगम, वन स्टॉप सेंटर और डूडा की संयुक्त टीमों द्वारा भिक्षावृत्ति वाले पॉकेटों को चिन्हित करते हुए अपनी टीमें तैनात करके इन बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ा गया है। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि वर्तमान में नगराम में और भजा खेड़ा में 10 दिनों का कैंप किया जा रहा हैं। जिन लोगों के दस्तावेज कम है उनके दस्तावेज बनवा कर उनको सरकार की कल्याणकारी योजनाएं से संतृप्त करते हुए मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। बैठक में उपस्थित स्टेक होल्डर्स से भी गहन विचार विमर्श करते हुए उनके भी सुझाव लिए गए।
भिक्षा मांगने वालों के लिए लगाया जाएगा कैंप
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि आगामी 3-4 फरवरी को सभी चिन्हित पॉकेट जहां भिक्षावृत्ति करने वाले परिवार आवासित है वहां पर लाभार्थीपरक योजनाओं से जोड़ने के लिए समस्त सम्बन्धित विभागों को अधिकारियों और कार्मिकों द्वारा उनका आधार कार्ड बनवाना, आयुष्मान कार्ड बनवाना, दिव्यांग प्रमाण पत्र, मेडिकल कैम्प, समाज कल्याण एवं महिला कल्याण की योजनाओं से आच्छादित करने, भिक्षावृत्ति में लिप्त महिलाओं एवं बच्चों को कौशल विकास कार्यक्रम जोड़ने के साथ खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा बच्चों का स्कूलों में नामाकंन करते हुए उन्हें ड्रेस, किताबे और अन्य सामग्री उपलब्ध कराये जाने तथा कोटेदारों द्वारा राशन एवं श्रम विभाग द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाने हेतु कैम्पों का आयोजन किया जाए।
आउटसोर्सिंग के माध्यम से दी जाएगी नौकरी
जिलाधिकारी लखनऊ द्वारा निर्देशित किया गया कि बाल भिक्षावृत्ति करने वाले परिवारों के सदस्यों को सम्मिलित कर स्वयं सहायता संगठन का गठन करते हुए आरसेटी और डूडा के माध्यम से स्वरोजगार के लिए अवसर प्रदान किए जाए एवं पीएम स्वनिधि व अन्य वित्तीय योजनाओं से ऋण भी उपलब्ध कराया जाए। इसी के साथ ही भिक्षावृत्ति में लिप्त परिवारों की महिलाओं के स्वरोजगार के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन और पुरुषों के लिए जो स्वरोजगार के इच्छुक है उनकी आरसेटी में स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग कराना सुनिश्चित कराया जाए। महिला स्वयं सहायता समूह से जोड़कर आरसेटी ट्रेनिंग सेंटर आने जाने के लिए साधन की निःशुल्क व्यवस्था को भी सुनिश्चित कराया जाए और ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उनको ऋण योजना का लाभ दिलाते हुए नगर निगम वेंडिंग जोन में फूड स्टाल,माटी कला व अन्य स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाए।
बाल भिक्षावृत्ति करने वालों को भी किया गया चिन्हित
नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि भिक्षावृत्ति से रोकने के लिए रेगुलर अभियान चलाया जाए। नगर निगम के 25 शेल्टर होम्स है इसमें इनकी ट्रेनिंग कराई जाए। साथ ही स्वरोजगार को इच्छुक व्यक्तियों को वेंडिंग जोन में स्टाल आवंटित भी करने की योजना बनाई गई है। साथ ही नगर निगम द्वारा संचालित परियोजनाओं में आवश्यक श्रमिक के रूप में इच्छुक व्यक्तियों को सफाई-कर्मी व अन्य कार्मिकों के रूप में नियोजित करने का प्रयास किया जायेगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चिन्हित चौराहों पर बाल भिक्षावृत्ति न हो इसको सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम, पुलिस, AHTU, प्रोबेशन कार्यालय एवं स्वय सहायता संगठनों की टीमों के माध्यम से अभियान भी चलाया जाएगा।