लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
चारबाग क्षेत्र में पूर्व राज्य मंत्री को अवैध रूप से बिजली कनेक्शन देने के मामले में जीटीआई उपकेंद्र के अवर अभिंयता (जेई) मनोज कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया गया है। अधीक्षण अभियंता (एसई) रमेश चंद्र पांडेय की जांच की दोषी पाए जाने पर जूनियर इंजीनियर के निलंबन का आदेश जारी किया है। मनोज वर्मा को ठाकुरगंज डिवीजन में संबंद्ध किया गया है।
मानकों को ताक पर रखकर दिया कनेक्शन
चारबाग के मवैया स्थित अपार्टमेंट में जीटीआई उपकेंद्र के जूनियर इंजीनियर मनोज वर्मा ने मानकों को ताक पर रखकर पूर्व राज्य मंत्री को गलत तरीके से पांच किलोवाट का कॉमर्शियल बिजली कनेक्शन दे दिया था। कनेक्शन देने से पहले अपार्टमेंट में बिल्डर की ओर से जरूरी बिजली नेटवर्क का विकास तक नहीं कराया। इसका खुलासा तब जब उसी अपार्टमेंट की मधु यादव ने बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया। लेकिन एसडीओ और जूनियर इंजीनियर ने उन्हें कनेक्शन देने से मना कर दिया।
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एमडी के आदेश पर जांच, जेई दोषी
अभियंताओं ने तर्क दिया कि अपार्टमेंट में न तो बिजली लोड स्वीकृत है और न ही बिजली नेटवर्क की व्यवस्था की गई है। इस पर मधु यादव ने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की प्रबंध निदेशक (एमडी) रिया केजरीवाल से शिकायत की। एमडी के आदेश पर मुख्य अभियंता ने इस मामले की जांच के लिए ठाकुरगंज डिवीजन के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) दीपक कुमार को जांच अधिकारी नियुक्त किया। इस बीच अवैध रूप से दिया गया बिजली कनेक्शन काट दिया गया। एक्सईएन ने 30 मार्च को तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच कराई। जिसमें जूनियर इंजीनियर मनोज वर्मा को दोषी पाया गया।