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साइबर ठगी करने वालों का भंडाफोड़।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता । थाना पीजीआई पुलिस टीम एवं साइबर क्राइम सेल, लखनऊ के संयुक्त अभियान के तहत अन्ना रेड्डी नामक फर्जी एप व लिंक के माध्यम से साइबर ठगी और आनलाइन जुआ चलाने वाले एक संगठित अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया गया। गिरोह के 15 सदस्यों को शामिया मेल रोड स्थित ए टावर, फ्लैट नंबर 1105 से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह के सदस्य आनलाइन जुआ और निवेश के झांसे में फंसाकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी करते थे। पीड़ितों से पैसे लेकर उनके खातों को ब्लॉक कर दिया जाता था व बैंक खातों, फर्जी सिम कार्ड और डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल कर ट्रांजेक्शन को छुपाया जाता था। गिरफ्तार किये गए गिरोह के सदस्यों ने आॅनलाइन फ्रॉड के माध्यम से सैकड़ों लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।
पुलिस छानबीन करने पहुंची तो हुआ बड़ा खुलासा
डीसीपी अपराध कमलेश दीक्षित ने बताया कि साइबर क्राइम थाना , साइबर क्राइम सेल एवं थाना पीजीआई की संयुक्त पुलिस टीम सीएनजी पेट्रोल पम्प सेक्टर 6 ए वृन्दावन योजना पर मौजूद थी कि मुखबिर खास द्वारा सूचना मिली कि शामिया मेल रोड के ए टावर मे 11 वां फ्लोर पर कमरा नम्बर 1105 मे 15 से 20 लोग रूके है और उनके पास ज्यादा मात्रा में मोबाइल, लैपटाप ,एटीएम व अन्य सामाग्री है तथा लगातार फोन के माध्यम से बातचीत करते रहते हैं, जिससे आॅनलाइन सट्टेबाजी या साइबर ठगी की आशंका जताई गई। जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उक्त व्यक्ति साइबर अपराध अथवा आनलाईन सट्टेबाजी में संलिप्त है यदि उनकी छानबीन व तलाशी ली जाय तो एक बडे गैंग का खुलासा हो सकता है । इस सूचना पर सहायक पुलिस आयुक्त गोसाईगंज को अवगत कराया गया कुछ ही देर मे सहायक पुलिस आयुक्त गोसाईगंज उपस्थित आये,तत्पश्चात संयुक्त पुलिस टीम शामिया मेल रोज आयें जहां मुखबीर द्वारा बताये गये ए टावर मे 11वां फ्लोर पर फ्लैट नम्बर 1105 पर उपस्थित आये एक व्यक्ति के द्वारा फ्लैट नम्बर 1105 का मुख्य दरवाजा खोला गया ।
भारी संख्या में डिजिटल उपकरण भी किया बरामद
सहायक पुलिस आयुक्त के पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम टीम हजरतगंज भी मौके पर उपस्थित आयी तथा उक्त फ्लैट का खाना तलाशी नियमानुसार करते हुए पाया कि फ्लैट नम्बर 1105 मे ऊपर के कमरे मे आफिस बनी हुई थी जिस पर कई कुर्सी व मेज लगे हुए थे व कई व्यक्ति जो कि कुर्सी मेज पर बैठकर कई लैपटाप व मोबाईल व विभिन्न सिम कार्ड से विभिन्न लोगों से वार्ता कर रहे थे आस पास मे विभिन्न प्रकार के डेविड कार्ड व आधार कार्ड रखा हुआ था तथा वह लोग अपने कार्य मे सफल हुए खातो की पर्ची टेबल पर रखे हुए थे कि हम पुलिस वालों को देखकर अपना - अपना खुला हुआ लैपटाप बन्द करने लगे । मौके से पुलिस टीम द्वारा गिरोह के 15 जालसाजों को गिरफ्तार करते हुये भारी संख्या में डिजिटल उपकरण बरामद किये गये।
विभिन्न प्रकार का लालच देकर लोगों को फंसाते थे
आस पास मे पडे हुए लैपटाप ,मोबाइल, डेविड कार्ड, सिम कार्ड, आधार कार्ड व पैन कार्ड, चैक बुक व पास बुक को देखते ही हम पुलिस वालो के द्वारा उक्त के सम्बन्ध मे पूछताछ किया गया तो सभी ने एक स्वर मे बताया कि साहब हम लोगों द्वारा साइबर से ठगी का कार्य किया जाता है । अन्ना रेड्डी एप के माध्यम से व इनवेस्टमेन्ट करने के लिए उत्तर प्रदेश समेत भारत के अन्य राज्यो के व्यक्तियों से भिन्न भिन्न सिम कार्ड व मोबाइल फोन लैपटाप के माध्यम से बात करके उनको अपने जांल मे फंसाकर पैसे अपने खाते में जमा करा लेते है व लालच देकर उनका पैसा उनके खाते से विभिन्न माध्यम से संगठित होकर साइबर अपराध करते है तथा प्राप्त पैसो से ही मौज मस्ती करते है।
पकड़े जाने के डर से लैपटॉप व सिम कार्ड कर देते थे नष्ट
हम लोगों का मुखिया गन्नी उर्फ विशाल यादव व प्रिन्स है जो हम लोगों से अन्ना रेड्डी एप के माध्यम से साइबर ठगी का कार्य सोशल मीडिया के माध्यम से व अन्य फोन काल के माध्यम से लोगों को टास्क देकर ज्यादा फायदा पहुंचाने के नाम पर ठगी करके रुपए एकाउण्ट में ट्रांसफर कराकर फिर अन्य फर्जी एकाउन्ट में ट्रांसफर करके पैसे निकाल लेते है तथा जिन खातो को पुलिस द्वारा डेविड फ्रीज करा दिया जाता है उन खातों का प्रयोग हम लोग नहीं करते है तथा कुछ दिनों बाद लैपटाप मोबाइल सिम कार्ड को नष्ट कर देते है व अपना स्थान बदल देते है इसके साथ साथ हम लोग आन लाईन सट्टा का भी काम करके धन अर्जित करते है तथा अपने शौक पूरे करते है ।
157 साइबर ठगी की शिकायत आम जनता द्वारा पंजीकृत कराया गया
जिसके सम्बन्ध मे साइबर टीम के द्वारा साइबर पोर्टल के अवलोकन व बरामद मोबाइल पास बुक चौक बुक से जानकारी करने पर मोबाइल पर 69 शिकायत व पास बुक व चौक बुक पर 157 साइबर ठगी की शिकायत आम जनता द्वारा पंजीकृत कराया गया है । प्रकाश में आयीं शिकायतों जो भिन्न प्रदेशों से संबंधित हैं, के संबंध में पंजीकृत अभियोगों की जानकारी की जा रही है। उपरोक्त प्राप्त खातों में करोड़ों रूपयों का लेन देन जालसाजों द्वारा किया गया है। उक्त तथ्यो से प्रमाणित होता है कि इनके द्वारा आम जनता के लोगो से साइबर फ्राड इन्ही बरामद मोबाइल फोन व लैपटाप से इलेक्ट्रानिक माध्यम व अन्य बरामदशुदा संसाधनो का प्रयोग कर साइबर ठगी व सट्टे का अपराध कारित किया जाता है उसके जुर्म से अवगत कराते हुए समय करीब 01.20 बजे हिरासत पुलिस में लिया गया ।।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण
1. हरिप्रीत सिंह
पिता का नाम: मनोहर सिंह
निवासी: सैय्यदपुर, थाना पलिया, जिला लखीमपुर (उत्तर प्रदेश)
उम्र: लगभग 23 वर्ष
2. अभिषेक कुमार राजभर
पिता का नाम: राजाराम राजभर
निवासी: मैरवा, थाना मैरवा, जिला सिवान (बिहार)
उम्र: लगभग 22 वर्ष
3. आशीष कुमार
पिता का नाम: मदन प्रसाद
निवासी: थाना रोड, जयप्रकाश नगर, थाना सिवान, जिला सिवान (बिहार)
उम्र: 24 वर्ष
4. मन्नू कुमार
पिता का नाम: जुगुल शाह
निवासी: बडहनपुर अटरिया, थाना हुसैनगंज, जिला सिवान (बिहार)
उम्र: लगभग 25 वर्ष
5. रितेश सिंह
पिता का नाम: उपेंद्र सिंह
निवासी: मैरवा, थाना मैरवा, जिला सिवान (बिहार)
6. संदीप कुमार
पिता का नाम: शिवजी कुमार
निवासी: परसियाँ, थाना खामपार, जिला देवरिया (उत्तर प्रदेश)
उम्र: 29 वर्ष
7. इफ्तेखार अली
पिता का नाम: इनाम अली
निवासी: नया किला, थाना सिवान, जिला सिवान (बिहार)
उम्र: लगभग 25 वर्ष
8. शुभम सोनी
पिता का नाम: शिव सोनी
निवासी: बझौली रोड, मैरवाँ, थाना मैरवा, जिला सिवान (बिहार)
9. मनीष कुमार
पिता का नाम: मूलचंद
निवासी: मुगालिया कोट, थाना बिलखिरिया (मूल पता: सिहोर नाका, थाना खजुरी, जिला भोपाल, मध्य प्रदेश)
उम्र: लगभग 25 वर्ष
10. सोनू अली
पिता का नाम: सफी मोहम्मद
निवासी: पचरुखी नरायणपुर, थाना पचरुकी, जिला सिवान (बिहार)
उम्र: 19 वर्ष
11. रवि सिंह
पिता का नाम: सुनील सिंह
निवासी: कल्याणपुर, थाना सहाजिदपुर, जिला छपरा (बिहार)
उम्र: 21 वर्ष
12. करन कुमार
पिता का नाम: राजकिशोर महतो
निवासी: सोनधानी, थाना भगवानपुर हाट, जिला सिवान (बिहार)
उम्र: 22 वर्ष
13. विकास कुमार
पिता का नाम: बलराम गौड़
निवासी: असांव, थाना असाव, जिला सिवान (बिहार)
उम्र: लगभग 25 वर्ष
14. रितेश सिंह
पिता का नाम: दिलीप सिंह
निवासी: बिक्रमपुर, थाना गोपालपुर, जिला गोपालगंज (बिहार)
उम्र: 21 वर्ष
15. संजीव कुमार
पिता का नाम: हीरालाल गौड़
निवासी: डनरैला, थाना मैरवा, जिला सिवान (बिहार)
उम्र: लगभग 26 वर्ष
अभियुक्तों के कब्जे से यह सामान हुआ बरामद
70 मोबाइल फोन, 11 लैपटॉप,09 लैपटॉप चार्जर,16 मोबाइल चार्जर,05 बोर्ड चार्जर, 09 पैन कार्ड, 01 वाई-फाई कैमरा, 115 एटीएम/डेबिट कार्ड, 25 चेक बुक, 53 पासबुक, 38 खुले सिम कार्ड, 26 पैक्ड सिम कार्ड मय रैपर बरामद हुआ है।
आनलाइन निवेश का झांसा देकर पैसे ठगे जाते थे
पूछताछ में पता चला कि फर्जी निवेश योजना में अन्ना रेड्डी एप/लिंक के जरिए लोगों को आॅनलाइन निवेश का झांसा देकर पैसे ठगे जाते थे। मल्टी-लेयर ट्रांजैक्शन के माध्यम से पीड़ितों के पैसे कई फर्जी खातों में ट्रांसफर कर निकाल लिए जाते थे। सट्टेबाजी के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस की नजरों से बचने के लिए ठिकाने और उपकरण बदले जाते थे। पकड़े गये अभियुक्तों की ट्रैवेल हिस्ट्री से इस गिरोह का मुख्य सरगना व इस गेमिंग/जुआ एप को संचालित करने वाले गिरोह के अन्य साइबर जालसाजों का विदेशों (श्रीलंका व सिंगापुर व अन्य देशों) से प्रथमदृष्टया गिरोह को संचालित कर जालसाजी करने के प्रमाण प्राप्त हुये हैं।
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