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उत्तर प्रदेश में अब तक 58 लाख को मिले स्मार्टफोन और टेबलेट Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए "स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना" के अंतर्गत स्मार्टफोन और टेबलेट वितरण अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। अब तक प्रदेश में लगभग 58 लाख छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन,टेबलेट वितरित किए जा चुके हैं। इस योजना का लक्ष्य है कि प्रदेश के दो करोड़ विद्यार्थियों तक यह सुविधा पहुंचाई जाए।
बिना किसी पंजीकरण शुल्क के मिल रहा लाभ
प्रदेश सरकार की स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना युवाओं को न केवल आधुनिक तकनीक से जोड़ रही है, बल्कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के अवसरों की ओर अग्रसर भी कर रही है। योजना के अंतर्गत स्नातक, परास्नातक, डिप्लोमा, नर्सिंग, पैरामेडिकल और कौशल विकास पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को बिना किसी पंजीकरण शुल्क के यह लाभ दिया जा रहा है।
पोर्टल के माध्यम से दिए जा रहे उपकरण
सरकार ने योजना को पारदर्शी और पेपरलेस बनाने के लिए "डिजीशक्ति पोर्टल" विकसित किया है। इस पोर्टल पर लाभार्थियों का डेटा अपलोड, सत्यापन और अनुमोदन की त्रिस्तरीय प्रक्रिया अपनाई जाती है। अंतिम चरण में आधार प्रमाणीकरण के बाद लाभार्थी को उपकरण प्रदान किया जाता है। वितरित उपकरणों में शैक्षणिक, करियर और रोजगार से संबंधित ऐप पहले से इंस्टॉल रहते हैं। इसके अतिरिक्त, फ्लैश संदेशों और बूट लोगो,वॉलपेपर के ज़रिए छात्रों तक जरूरी सूचनाएं भी पहुंचाई जाती हैं।
डिजिटल सशक्तिकरण आत्मनिर्भर होंगे युवा
यह योजना वर्ष 2022-23 से आगामी 5 वर्षों तक संचालित की जा रही है। प्रदेश सरकार का मानना है कि उत्तर प्रदेश की विशाल युवा आबादी को डिजिटल सशक्तिकरण के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। प्रदेश सरकार का यह कदम न केवल छात्रों के चेहरे पर मुस्कान ला रहा है, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए बेहतर तरीके से तैयार भी कर रहा है। छात्रों ने स्मार्टफोन/टेबलेट पाकर अपनी शिक्षा को अधिक प्रभावशाली और समकालीन बताया है।
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