लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। एनआईसी स्थित सभागार में जिलाधिकारी लखनऊ विशाख जी की अध्यक्षता में एक अहम बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें शहर की प्रमुख विकास परियोजनाओं—पेयजल, सीवरेज, जल निकासी और निर्माण कार्यों-की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार सहित नगर निगम, जल निगम, लोक निर्माण विभाग (PWD) व अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
गोमती नदी को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में तेजी
जिलाधिकारी ने बैठक में गोमती नदी को स्वच्छ बनाने हेतु जल निगम द्वारा किए जा रहे प्रयासों की गहन समीक्षा की। जल निगम के अधीक्षण अभियंता ने जानकारी दी कि गोमती में गिरने वाले कुल 33 नालों में से 26 (डिस्चार्ज 497.60 एमएलडी) नालों के संचालन व रख-रखाव का कार्य उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) द्वारा किया जा रहा है। वहीं 8 अनटैप्ड नालों (डिस्चार्ज 108.16 एमएलडी) को टैप करने की जिम्मेदारी जल निगम (ग्रामीण) को सौंपी गई है। इसके अंतर्गत दो एसटीपी (3.5 एमएलडी और 50 एमएलडी क्षमता) निर्माणाधीन हैं। एक अन्य नाला, जो सई नदी में गिरता है, के लिए 100 एमएलडी का एसटीपी प्रस्तावित है, जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।
एसटीपी क्षमता बढ़ाकर होगी 973 एमएलडी
वर्तमान में कुल 779.49 एमएलडी सीवेज डिस्चार्ज के सापेक्ष 605.50 एमएलडी की क्षमता वाले 8 एसटीपी स्थापित हैं, जबकि 72.50 एमएलडी क्षमता के तीन एसटीपी निर्माणाधीन हैं। इसके अतिरिक्त, 295 एमएलडी की क्षमता के तीन नए एसटीपी प्रस्तावित हैं। इनके पूर्ण होने पर कुल एसटीपी क्षमता 973 एमएलडी तक पहुंच जाएगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी सीवर कार्य एवं यूटिलिटी इंस्टॉलेशन का कार्य वर्षा ऋतु से पूर्व पूर्ण कर लिया जाए, ताकि सड़क बहाली भी समय से हो सके।
अमृत 2.0 के तहत पेयजल योजनाओं की समीक्षा
बैठक में अमृत 2.0 के अंतर्गत लखनऊ नगर के सरोजनी नगर प्रथम, द्वितीय एवं इब्राहिमपुर वार्ड तथा काकोरी, बन्धरा, मलिहाबाद व मोहनलालगंज नगर पंचायत की पेयजल योजनाओं की भी समीक्षा हुई। जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश दिए कि जहां पेयजल पाइप लाइन डाली जा रही है, वहां की सड़कें समय से पुनर्स्थापित हों। मलिहाबाद नगर पंचायत योजना में दो जलकल परिसरों की भूमि अब तक अप्राप्त है। इस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि भूमि चिन्हांकन की प्रक्रिया तत्काल पूरी कराएं।
मानसून से पहले सीवर सफाई और निरीक्षण के निर्देश
जिलाधिकारी ने बैठक में SUEZ INDIA के सीवर सफाई कार्यों की भी समीक्षा की गई। नगर निगम व जलकल को निर्देशित किया गया कि वर्षा ऋतु से पूर्व सभी मेनहोल की सफाई व पंपिंग स्टेशनों की जांच पूरी करें। यदि किसी पंपिंग स्टेशन में कमी पाई जाए तो मानसून से पहले उसे ठीक कर लिया जाए। SUEZ INDIA को निर्देशित किया गया कि डिसिल्टिंग प्लान के अनुसार कार्य समय से पूरा किया जाए। साथ ही, पिछले वर्ष बारिश के दौरान जिन क्षेत्रों में जलभराव की समस्या सामने आई थी, वहां सुधारात्मक कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि, “समयबद्ध एवं गुणवत्ता पूर्ण कार्य सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है ताकि जनता को बुनियादी सुविधाओं में कोई असुविधा न हो।
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