लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। कल्पतरु समूह के तीन एजेंटों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नोटिस का भी जवाब नहीं दिया है। ईडी ने इन एजेंटों को पूछताछ के लिए बुलाया था, मगर वह नहीं आए। सूत्रों के मुताबिक, पिछले पांच-छह वर्षों में इन एजेंटों ने नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर समूह की कई संपत्तियों को बेच दिया है। यह मामला निवेशकों को धोखा देने का है और इस मामले में जांच चल रही है।
ईडी ने 113 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) इस मामले में उनकी भूमिका की जांच कर रहा है। अभी तक ईडी ने 113 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं। इसके अलावा बेनामी संपत्तियों की भी जांच की जा रही है। जल्द ही ईडी समूह की कुछ और संपत्तियों को जब्त करने की योजना बना रहा है। यह कार्रवाई वित्तीय अनियमितताओं और संपत्ति से जुड़ी जांच का हिस्सा है।
681 करोड़ की धोखाधड़ी का है आरोप
कल्पतरु बिल्डटेक कारपोरेशन लिमिटेड के संचालकों पर 681 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। उन्होंने रियल एस्टेट की झूठी योजनाओं का प्रचार कर निवेशकों से पैसा हड़पा। आगरा और मथुरा में निवेशकों ने उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए। जांच एजेंसियों ने कई एफआइआर के आधार पर मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है। अब यह मामला जांच के दायरे में है।
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