लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। यूपी विधानसभा चुनाव साल 2027 में हैं लेकिन प्रदेश में राजनीतिक उठापटक अपने चरम पर है। कहीं थप्पड़ कांड हो रहा है तो कहीं अगड़े-पिछड़े के नाम पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच, सपा मुखिया के सियासी ऑफर पर उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने उन पर तंज कसते हुए कहा कि पहले परिवारवाद की सरकार चलती थी, केंद्र में भी और राज्य में भी, अब उनका दर्द यही है, जैसे बिना पानी के मछली तड़पती है, वैसे ही बिना सत्ता के अखिलेश यादव तड़प रहे हैं।
भाजपा सांसद ने कहा कि जिस सरकार की चर्चाएं जमीन से लेकर आसमान तक हैं, चाहे मामला टोंटी का हो या अयोध्या का, ऐसी पार्टी के लोगों का जवाब देना, मैं उचित नहीं समझता। साक्षी महाराज ने आगे कहा कि जिस दिन हमारी जनता कहेगी कि हम गलत हैं, उस दिन हम अपनी कार्य प्रणाली पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि देश की जनता मोदी के साथ है, योगी के साथ है, हम 140 करोड़ की जनता के लिए काम कर रहे हैं, परिवारवाद के लिए नहीं। मोदी में ताकत है, जिसने परिवारवाद को खत्म कर दिया है।
जानें क्या है मामला?
दरअसल, बीते दिनों उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने एटा में आयोजित एक कार्यक्रम में कुछ ऐसा कहा, जिससे मन ही मन सपा मुखिया को अपने लिए एक मौका दिखने लगा। साक्षी महाराज ने भाजपा से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि कल्याण सिंह के निधन और उमा भारती के जाने के बाद लोधी समाज को सत्ता व संगठन में सम्मानजनक हिस्सेदारी नहीं मिली। इस बयान के बाद से ही उनकी नाराजगी की खबरों को पंख लग गए। साथ ही सपा मुखिया को भी राजनीतिक बाजी में अपनी चाल चलने का मौका मिल गया, जिसे उन्होंने खाली नहीं जाने दिया।
अखिलेश यादव ने क्या लिखा था 'एक्स' पर
अखिलेश यादव(akhilesh yadav) ने भाजपा सांसद साक्षी महाराज का नाम लिए बिना सोशल मीडिया 'एक्स' पर लिखा, 'भाजपा में जो लोग अपने समाज को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किए जाने के बाद, उपेक्षित किए जाने के 'साक्षी' हैं, वो जब सच्चे मन से बोलते हैं तो सच ही बोलते हैं। उनके बयान और भाषण, भाजपा को अंतिम चुनौती नहीं हैं, बल्कि भविष्य का उद्घोष हैं, क्योंकि वो भी जानते हैं कि 'पीडीए' ही उनका स्वाभाविक और स्थायी पड़ाव है, जहां हर पीडीए से सच्चा लगाव है, बाकी क्या कहना, वह स्वयं और उनका समाज स्वयं ही अपने मान-सम्मान को लेकर बेहद जागरूक, सक्रिय और समझदार है।'
पीडीए को और मजबूती देना चाहते हैं अखिलेश
अखिलेश यादव की इस प्रतिक्रिया को उनके पीडीए समीकरण को और मजूबत करने के रूप में लिया जा रहा है। सपा मुखिया आगामी विधानसभा चुनाव से पहले किसी भी तरह भाजपा के ओबीसी वोटबैंक में सेंध लगाना चाहते हैं और यह प्रतिक्रिया उसी कड़ी का एक हिस्सा है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 5.10 प्रतिशत लोधी मतदाता हैं, जो कि प्रदेश की 70 विधानसभा और 12 लोकसभा सीटों पर अपना प्रभाव रखते हैं। ऐसे में भाजपा को भी साक्षी महाराज के बयान को गंभीरता से लेना होगा, क्योंकि वह भी नहीं चाहेगी कि उसके वोटबैंक में किसी तरह की सेंध लगे।
यह भी पढ़ें : Lucknow News: हाय गर्मी! इंसान से लेकर जानवर तक बेहाल
यह भी पढ़ें : UP News: संतों ने समाज को दिखाई वो राह, जो कैराना और कांधला जैसी घटना नहीं होने देती : सीएम योगी
यह भी पढ़ें : अखिलेश बोले, वाह योगी जी-कागज पर ही निकाल दिया एक्स-रे!