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सपा कार्यालय के बाहर लगाी होर्डिंग Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लखनऊ में समाजवादी पार्टी (samajwadi party) के कार्यालय के बाहर लगाए गए होर्डिंग अक्सर चर्चा में आ जाते हैं। यही कारण है कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों के नेता और विधायक सपा कार्यालय के बाहर अपने होर्डिंग लगवाते हैं। यहां फिर एक बड़ी होर्डिंग चर्चा का विषय बनी हुई। विश्वकर्मा समाज से जुड़ी इस होर्डिंग में भाजपा पर निशाना साधते हुए समाज की अनदेखी किए जाने का आरोप लगाया गया है। खास बात यह है कि इसमें सपा और भाजपा सरकार के कार्यकाल में विश्वकर्मा समाज को मिली सुविधाओं की तुलना की गई है।
भाजपा सरकार में विश्वकर्मा पूजा का अवकाश निरस्त
इसी महीने में 17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाएगी। इस दिन विश्वकर्मा समाज और विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले कारीगर औजारों, लोहे और मशीनों की पूजा करते हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान इस अवसर पर सरकारी अवकाश घोषित किया गया था, जिसे अब खत्म कर दिया गया है।
विश्वकर्मा समाज को मिली सुविधाओं की तुलना
सपा कार्यालय के बाहर अखिलेश यादव की तस्वीर के साथ इस होर्डिंग को इलाहाबाद के सपा नेता संदीप विश्वकर्मा की ओर से लगवाया गया। इसमें लिखा गया कि 'फर्क साफ है'। इससे यह संदश देने की कोशिश की गई कि भाजपा और सपा की सरकारों ने विश्वकर्मा समाज के लिए कुछ नहीं किया।
सरकार पर समाज की उपेक्षा का आरोप
होर्डिंग के एक हिस्से में समाजवादी पार्टी सरकार के कार्यकाल के दौरान दी गई सुविधाओं और योजनाओं का जिक्र है, जबकि दूसरी तरफ भाजपा सरकार पर आरोप लगाए गए हैं कि उसने न सिर्फ विश्वकर्मा पूजा पर छुट्टी को रद्द कर दिया बल्कि पूर्व में चलाई जा रही योजनाओं को भी बंद कर दिया।
बीजेपी की नीतियां 'रद्द' और 'जीरो'
इस होर्डिंग में भाजपा की नीतियों को रद्द और जीरो बताकर निशाना साधा गया है, जिससे यह साफ है कि विश्वकर्मा समाज से जुड़े लोग मौजूदा सरकार से नाराजगी जता रहे हैं।