लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एटीएम कार्ड क्लोनिंग के जरिए खातों से पैसे उड़ाने वाले अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के सरगना और एक सक्रिय सदस्य को प्रयागराज के नैनी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया है। ये गिरोह देश के कई राज्यों में ऐसी घटनाओं को अंजाम दे चुका है, जिसमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं।
एसटीएफ टीम को मिली बड़ी सफलता
रविवार को एसटीएफ उत्तर प्रदेश लखनऊ को एक बड़ी सफलता मिली, जब प्रयागराज के नैनी क्षेत्र से एटीएम कार्ड बदलकर खातों से पैसे निकालने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। इन अपराधियों के खिलाफ थाना मानिकपुर, जनपद पालघर, महाराष्ट्र में दर्ज मुकदमा संख्या 95/2025 धारा 318(4) बीएनएस के अंतर्गत कार्रवाई की गई थी।गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिलशाद खान (गिरोह का सरगना), पुत्र निजामुद्दीन, निवासी ग्राम तिलौरी, थाना लीलापुर, प्रतापगढ़, और मोहम्मद मोहसिन, पुत्र मोहम्मद मोवीन, निवासी ग्राम बासुपुर, थाना लीलापुर, जनपद प्रतापगढ़ के रूप में हुई है। दोनों के पास से एक बैग, दो मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड और 5500 नकद बरामद हुए।
बुजुर्ग और कम पढ़े लिखे लोगाें को बनाते थे निशाना
एसटीएफ प्रयागराज और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में नैनी के आरटीओ ऑफिस के पास से इन्हें अाज सुबह 10:40 बजे गिरफ्तार किया गया।पूछताछ में खुलासा हुआ कि दिलशाद खान द्वारा संचालित यह गिरोह एटीएम बूथों पर बुजुर्ग और कम पढ़े-लिखे व्यक्तियों को निशाना बनाता है। ये अपराधी भीड़भाड़ वाले एटीएम बूथों की तलाश करते हैं जहां कोई सुरक्षा गार्ड न हो। वहां खड़े होकर पहले एटीएम पिन चुरा लेते हैं और फिर मदद के बहाने असली कार्ड को क्लोन कार्ड से बदल देते हैं। इसके बाद अलग-अलग स्थानों से खातों से पैसे निकाल लिए जाते हैं।
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एटीएम से भी एक ग्राहक के खाते से 49,000 की निकासी की गई थी
25 मार्च 2025 को वसई वेस्ट (महाराष्ट्र) में इंडस बैंक के एटीएम से एक वृद्ध व्यक्ति का कार्ड बदलकर 70,000 की ठगी की गई थी। इसी तरह 23 मार्च 2025 को नवी मुंबई स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से भी एक ग्राहक के खाते से 49,000 की निकासी की गई थी।गिरफ्तारी से बचने के लिए दिलशाद प्रतापगढ़ भाग गया था, जबकि मोहसिन मुंबई में छिपा था। मोहसिन के लौटने पर दिलशाद उसे लेने नैनी आया, जहां दोनों गिरफ्तार हुए।
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दिलशाद पूर्व में ठगी व लूट के मामले में जा चुका है जेल
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि गिरोह पहले भी वाराणसी (यूपी), भिलवाड़ा (राजस्थान) और कई अन्य जिलों में इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। दिलशाद पूर्व में भी विभिन्न जिलों में एटीएम ठगी और लूट के मामलों में जेल जा चुका है।गिरफ्तार आरोपियों को थाना नैनी, कमिश्नरेट प्रयागराज में दाखिल किया गया है। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा उन्हें न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर महाराष्ट्र ले जाने की कार्रवाई की जा रही है।