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Crime News: किशोरियों की तस्करी करने वाला अन्तर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ , दो शातिर गिरफ्तार

लखनऊ पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो किशोरियों और युवतियों को शादी और अनैतिक व्यापार के लिए बहला-फुसलाकर बेचता था। गिरोह के दो शातिर सदस्य संतोष साहू और मनीष भंडारी गिरफ्तार किए गए हैं।

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Shishir Patel
Human trafficking gang

एक अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करतीं पुलिस ।

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता ।किशोरियों और वयस्क लड़कियों को बहला-फुसलाकर शादी व अनैतिक व्यापार के लिए बेचने वाले एक अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए थाना कृष्णानगर और सर्विलांस टीम, पुलिस उपायुक्त दक्षिणी की संयुक्त कार्यवाही में दो शातिर तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं। गिरोह का मास्टरमाइंड संतोष साहू उर्फ डब्लू पर पहले से 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। गिरफ्तार आरोपियों के नाम संतोष साहू उर्फ डब्लू (उम्र 45 वर्ष) - मूल निवासी सहडोल, मध्य प्रदेश, वर्तमान में प्रयागराज में कई ठिकानों पर किराए से रह रहा था।

16 जून को बेटी के घर से गायब होने की दर्ज कराई थी शिकायत 

30 जून को एक व्यक्ति ने कृष्णानगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी 16 वर्षीय बेटी घर से गायब हो गई है। इस पर IPC की धारा 137(2) में मुकदमा दर्ज कर 6 टीमें बनाई गईं, जिसमें सर्विलांस सेल भी शामिल थी।सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी निगरानी के आधार पर आज 10 जुलाई को पुलिस ने अवध चौराहा से संतोष साहू और थाने के परिसर से मनीष भंडारी को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तारी के दौरान संतोष साहू के साथ एक अन्य 15 वर्षीय किशोरी भी बरामद हुई, जिसे शादी कराने के बहाने बहलाकर लाया गया था।

रेलवे स्टेशन और बस अड्डों अकेली लड़कियों को करता था टारगेट 

संतोष साहू रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर अकेली लड़कियों को टारगेट करता था। वह उन्हें शादी और अच्छे जीवन का झांसा देकर बहलाता और फिर उन्हें मनीष भंडारी को 50,000 में बेच देता। इस धंधे में वह लगातार सिम कार्ड और मोबाइल फोन बदलता रहता था ताकि पुलिस से बच सके। वह बार-बार पता बदल कर अलग-अलग राज्यों में रह रहा था।

लड़की को मनीष भंडारी को पचास हजार में बेंच दिया 

शिकायतकर्ता की बेटी को संतोष ने 28 जून को लखनऊ के सीएमएस स्कूल के पास बहलाया। 30 जून को चारबाग स्टेशन बुलाया और फिर उसे कानपुर, वहां से सहडोल (म.प्र.) ले गया। 6 जुलाई को लड़की को मनीष भंडारी को 50,000 में बेच दिया गया। पीड़िता के रोने और विरोध के चलते मनीष ने उसे वापस लौटा दिया और 45,000 वापस ले लिए, 5,000 संतोष को दे दिए। 8 जुलाई को लड़की को मानकनगर रेलवे स्टेशन से बरामद किया गया।

आरोपियों का आपराधिक इतिहास

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संतोष साहू के विरुद्ध पहले से ही 6 संगीन मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें अपहरण, बलात्कार, पाक्सो एक्ट व अनैतिक व्यापार अधिनियम से जुड़े मामले हैं। वह प्रयागराज, वाराणसी, प्रतापगढ़ और छत्तीसगढ़ में भी आरोपी है।मनीष भंडारी के खिलाफ भी छत्तीसगढ़ और लखनऊ में गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।इस सफलता में कृष्णानगर थाने की टीम, डीसीपी दक्षिणी की सर्विलांस सेल और अन्य स्थानीय पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद अन्य लड़कियों की पहचान व गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।


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