लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और डुमरियागंज से भाजपा सांसद जगदंबिका पाल एक नए विवाद में फंस गए हैं। गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ स्थित वीवीआईपी गेस्ट हाउस के पास उन्हें खुले में पेशाब करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस घटना को लेकर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और सांसद के आचरण पर सवाल खड़े किए हैं।
स्मार्ट सिटी परियोजना का लगा था बोर्ड
वीडियो में देखा जा सकता है कि सांसद सड़क किनारे एक स्कूल की बाउंड्रीवाल के पास पेशाब कर रहे हैं। उनके पीछे उनका निजी सहायक खड़ा दिखाई देता है। पेशाब करने के बाद सहायक उनके हाथ धुलवाता है और दोनों वहां से चले जाते हैं। सबसे खास बात यह रही कि जिस जगह यह सब हुआ, वहां "स्मार्ट सिटी परियोजना" का बोर्ड भी लगा हुआ था।
सांसद ने दी सफाई बताया 'इमरजेंसी'
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि यह एक इमरजेंसी सिचुएशन थी और मजबूरी में ऐसा करना पड़ा। उन्होंने कहा की मुझे खेद है, आगे से ध्यान रखूंगा। हालांकि उनकी इस सफाई से विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है।
राजनीतिक दलों की तीखी प्रतिक्रिया
सांसद के इस कृत्य पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि इस तरह का आचरण एक जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता और इससे जनता में गलत संदेश जाता है। वहीं सपा सांसद आर.के. चौधरी ने कहा कि यह एक शर्मनाक हरकत है। सार्वजनिक स्थान पर ऐसी गतिविधि किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए अनुचित है।
2009 में कांग्रेस से चुनाव जीता
जगदंबिका पाल उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा नाम हैं। वे एक बार कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री बनाए गए थे, हालांकि हाईकोर्ट ने उनकी नियुक्ति को अमान्य करार दिया था। इसके अलावा वे चार बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। वर्ष 2009 में उन्होंने कांग्रेस से चुनाव जीता था और 2014 में भाजपा में शामिल हो गए थे। 2024 के आम चुनाव में उन्होंने लगातार चौथी बार जीत हासिल की है।
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