लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता ।उत्तर प्रदेश एटीएस की नोएडा यूनिट और गाज़ियाबाद पुलिस की साहिबाबाद थाना टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) से जुड़े फरार आतंकी मंगत सिंह उर्फ मंगा को गिरफ्तार कर लिया है। मंगत सिंह पिछले लगभग 30 वर्षों से फरार चल रहा था और उस पर गाज़ियाबाद पुलिस द्वारा 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
यह भी पढ़े : Crime News: उतरेठिया में बड़ी साजिश नाकाम, रेलवे ट्रैक पर रखा गया लोहे का दरवाजा, बड़ी दुर्घटना टली
इसके ऊपर दर्ज है आर्म्स एक्ट और फिरौती से जुड़े कुल चार मुकदमे
एटीएस को खुफिया सूचना मिली थी कि मंगत सिंह वर्तमान में पंजाब के जिला अमृतसर स्थित गांव टिम्मोवाल, थाना खिलचियाँ में रह रहा है। इस सूचना को तकनीकी व सहयोगी एजेंसियों की मदद से विकसित किया गया और बुधवार को मंगत सिंह को संयुक्त पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।गिरफ्तार आरोपी मंगत सिंह पुत्र गुरुदत्त निवासी टिम्मोवाल, जिला अमृतसर, मूल रूप से गाजियाबाद में रह रहा था और खालिस्तान कमांडो फोर्स का सक्रिय सदस्य था। उसके विरुद्ध थाना साहिबाबाद में दर्ज गंभीर मामलों में टाडा, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और फिरौती से जुड़े कुल चार मामले दर्ज हैं।
अभियुक्त की लंबे समय से तलाश की जा रही थी
मंगत सिंह को वर्ष 1993 में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, लेकिन 16 अगस्त 1995 को जमानत पर रिहा होने के बाद से वह फरार हो गया था। इसके बाद उसने लगातार न्यायालय की प्रक्रिया से बचते हुए कानून से भागने की कोशिश की।गौरतलब है कि मंगत सिंह का सगा भाई संगत सिंह भी खालिस्तान कमांडो फोर्स का चीफ था, जो वर्ष 1990 में पंजाब पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।
यह भी पढ़े : Crime News: एसटीएफ की बड़ी कामयाबी,17.50 लाख की अफीम के साथ अन्तर्राज्यीय तस्कर गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार
खालिस्तानी तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई में अहम कदम
उपरोक्त मुकदमों में अदालत ने स्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे, जिनके तहत अभियुक्त की लंबे समय से तलाश की जा रही थी।गिरफ्तारी के बाद मंगत सिंह को गाज़ियाबाद लाया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। एटीएस व स्थानीय पुलिस की इस सफलता को बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है, जो लंबे समय से फरार खालिस्तानी तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई में अहम कदम है।
यह भी पढ़े : Lucknow News: कश्मीर में आतंकी हमले के बाद टूटा पर्यटकों का भरोसा, टूर ऑपरेटरों को रद्द करनी पड़ रही बुकिंग