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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) नेऐसे 28 व्यक्तियों की सूची जारी की है जो आईजीआरएस पोर्टल के माध्यम से लगातार अवैध निर्माण की शिकायतें दर्ज कर रहे थे। आरोप है कि इन शिकायतों का इस्तेमाल मकान मालिकों को डराने-धमकाने और उनसे धन उगाही के लिए किया जाता था।
एलडीए की ओर से जारी इस सूची में 2124 शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें कुछ लोगों ने व्यक्तिगत रूप से सैकड़ों शिकायतें दर्ज कीं। उदाहरण के तौर पर, सात लोगों ने 100 से अधिक शिकायतें और दस लोगों ने 50 से ज्यादा बार आईजीआरएस पोर्टल का इस्तेमाल किया।
सूची में पत्रकार संजय प्रजापति, सुदर्शन न्यूज़ के रिपोर्टर अंशुमान दुबे, रजा अब्बास, रमेश साहू, इमरान मिर्जा, अभिषेक पांडेय और अन्य नाम शामिल हैं। इमरान मिर्जा 99 शिकायतों के साथ 'नर्वस नाइंटीज' में अटक गए, वहीं तीन अन्य 89 शिकायतों पर थम गए।
बना रखा है सुनियोजित गिरोह
एलडीए का दावा है कि इन शिकायतकर्ताओं ने एक सुनियोजित गिरोह के रूप में काम किया। ये लोग निर्माणकर्ताओं के खिलाफ फर्जी शिकायतें दर्ज कर उन्हें डराते थे और फिर उनसे धन की मांग करते थे। अक्सर ये शिकायतें सोशल मीडिया, यूट्यूब चैनलों और व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए वायरल की जाती थीं, जिससे निर्माणकर्ता पर दबाव बनता था।
कराई जाए जांच
सोशल मीडिया विश्लेषक और पूर्व अधिकारी मोहम्मद हैदर ने कहा कि यह सूची सिर्फ बानगी मात्र है। इसी तरह की गतिविधियां नगर निगम, पुलिस, खनन, अग्निशमन, लोक निर्माण विभाग और अन्य सरकारी संस्थाओं में भी देखी जा रही हैं, जहां कुछ लोग पत्रकारिता और वकालत के आवरण में जनहित के नाम पर व्यक्तिगत लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस गठजोड़ में कुछ अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं, जो या तो कार्रवाई को नजरअंदाज करते हैं या स्वयं लाभान्वित होते हैं। इसलिए उन्होंने विशेषीकृत पुलिस एजेंसी से निष्पक्ष और व्यापक जांच कराने की मांग की।
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