लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। राजधानी को साफ-सुथरा और कचरा मुक्त बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने रविवार को शिवरी स्थित तीसरे ठोस कचरा निस्तारण प्लांट का उद्घाटन किया। इस मौके पर मेयर सुषमा खर्कवाल, नगर निगम अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
नए प्लांट से बढ़ेगी क्षमता
इससे पहले शिवरी में दो निस्तारण प्लांट संचालित हो रहे थे, जिनमें प्रतिदिन करीब 1400 मीट्रिक टन कचरे का निपटारा किया जा रहा था। नए प्लांट के शुरू होने से यह क्षमता बढ़कर 2100 मीट्रिक टन प्रतिदिन हो गई है। इस संयंत्र से लखनऊ नगर निगम के करीब 2000 टन दैनिक कचरे के निस्तारण में बड़ी राहत मिलेगी। मंत्री एके शर्मा ने कहा कि पहले शिवरी क्षेत्र में कूड़ा जमा होने के कारण जमीनों के भाव गिर गए थे और लोग यहां निवेश नहीं करना चाहते थे। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। 100 करोड़ रुपये की लागत से बने इस प्लांट के शुरू होने के बाद जमीन की कीमतें फिर से बढ़ी हैं और इलाके की छवि भी सुधरी है।
कचरे से बनाई जाएगी निर्माण सामग्री
एके शर्मा ने बताया कि प्लांट में कंपोस्ट, आरडीएफ (Refuse-Derived Fuel) और निर्माण सामग्री बनाई जा रही है। 25 एकड़ क्षेत्र में फैली इस जमीन से अब तक करीब 13 लाख टन कचरे का निस्तारण किया जा चुका है। पहले यहां 19 लाख टन कचरा जमा था, जो अब लगभग समाप्ति की ओर है। अगले छह महीनों में शेष कचरे का भी निस्तारण कर दिया जाएगा। एके शर्मा ने कहा कि शिवरी का यह मॉडल पूरे प्रदेश के लिए एक सक्सेस स्टोरी बन चुका है। बीते एक साल में उत्तर प्रदेश में कुल 110 लाख टन कचरे का निस्तारण किया गया है। राज्य सरकार इसे अन्य नगर निकायों में भी लागू करने की दिशा में काम कर रही है।
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