लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद भी लखनऊ प्रशासन नहीं जागा है। चौधरी चरण सिंह अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे (अमौसी एयरपोर्ट) के आसपास प्रतिबंधित इलाके में मीट की दुकानें बेधड़क चल रही हैं। जो कभी भी विमानों के लिए खतरा बन सकती हैं। मीट की दुकानों से एयरपोर्ट के रनवे एरिया के आसपास पक्षी मड़ाते देखे जा सकते हैं, जो किसी दिन हादसे की वजह बन सकते हैं। हैरानी की बात है कि एयरपोर्ट अधिकारियों के साथ बैठकों में प्रशासन बार-बार इन दुकानों को हटाने के दावे करता है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
रनवे के पास मंडराते पक्षी बन सकते हैं खतरा
अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया की फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद देश भर के हवाई अड्डों पर विमानों के सुरक्षित संचालन पर बहस छिड़ गई है। सरकार भी उड़ान की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने की बात कर रही है। एयर इंडिया के विमान हादसे की असल वजह की जांच तो चल रही है, लेकिन लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान विमानों से पक्षियों के टकराने का खतरा अक्सर बना रहता है। कई बार पक्षियों के टकराने से विमानों के इंजन में खराबी आ चुकी है। जिससे बड़ी दुर्घटनाएं होते-होते टली हैं।
मीट की दुकानों से रनवे के पास मंडरा रहे पक्षी
एयरपोर्ट प्रशासन ने आसपास के इलाके में मीट की दुकानों के संचालन पर रोक लगाई है। लेकिन विभाग इसका पालन नहीं कर रहे हैं। एयरपोर्ट के पास चिल्लावा में अमौसी मेट्रो स्टेशन के पास खुले में कई जगहों पर मीट की दुकानें चल रही हैं। जिसके चलते रनवे क्षेत्र के पास पक्षी मंड़रा रहे हैं। एफएसडीए के सहायक आयुक्त विजय सिंह का कहना है कि संयुक्त अभियान चलाकर प्रतिबंधित एरिया से मीट की दुकानों को हटाया जाएगा।
विमान हादसे में 274 मौतों की पुष्टि
एअर इंडिया की फ्लाइट AI171 गुरुवार को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे में अभी तक 274 मौतों की पुष्टि हो चुकी है। विमान मेघानी नगर में स्थित मेडिकल कॉलेज की एक बिल्डिंग पर जा गिरा, जिससे कई एमबीबीएस स्टूडेंट्स की भी जान चली गई। विमान के मलबे से शुक्रवार को ब्लैक बॉक्स और 29 और शवों के अवशेष खोजे गए।
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