लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।राजधानी लखनऊ में परशुराम जयंती के अवसर पर उस समय तनाव का माहौल बन गया, जब गाजीपुर थाना क्षेत्र में अखिल भारतीय ब्राह्मण परिषद के कार्यकर्ता हथियारों – फरसा और कटार – के साथ शोभायात्रा निकालते देखे गए। पुलिस ने जब बिना अनुमति निकाली जा रही इस शोभायात्रा को रोका, तो कार्यकर्ता सड़कों पर बैठ गए और विरोध स्वरूप जाम लगाने की कोशिश करने लगे।
फोर्स ने शोभायात्रा में चल रहे कार्यकर्ताओं को चारों ओर से घेर लिया
शोभायात्रा मुंशी पुलिया से प्रारंभ हुई थी और इसका समापन दारूलशफा तक प्रस्तावित था। जैसे ही यात्रा आगे बढ़ी, पुलिस ने इसे बीच में ही रोक लिया। गाजीपुर थाना क्षेत्र की फोर्स ने शोभायात्रा में चल रहे कार्यकर्ताओं को चारों ओर से घेर लिया और आगे बढ़ने से मना कर दिया।इस दौरान ब्राह्मण परिषद के पदाधिकारी अमरजीत मिश्रा और विनय तिवारी ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से तीखी बहस की।
कुछ लोग सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे
कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी और कुछ लोग सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। स्थिति तनावपूर्ण होती देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सख्ती से हटाया और सड़क से किनारे किया।विवाद के बीच इंदिरा नगर एसीपी अंजनेय कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों से लगभग एक घंटे तक वार्ता की। बावजूद इसके, कार्यकर्ता शोभायात्रा निकालने की जिद पर अड़े रहे और आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे।
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दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की और तीखी नोकझोंक हुई
पुलिस की रोक के बावजूद जब जबरन जुलूस आगे बढ़ाया गया, तो दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की और तीखी नोकझोंक की स्थिति बन गई। हालांकि, पुलिस ने तत्काल स्थिति को संभालते हुए माहौल को बिगड़ने से पहले नियंत्रित कर लिया।कार्यक्रम को समाप्त करवाया गया, लेकिन ब्राह्मण परिषद के पदाधिकारियों ने इस कार्रवाई को ब्राह्मण विरोधी बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आगे आंदोलन की चेतावनी भी दी है। प्रशासन की ओर से फिलहाल किसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।