/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/14/KWtfAJ4XcanepD3gL5M2.jpg)
महिगवा खंतारी गांव तैनात पुलिस।
बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती को लेकर लखनऊ के महिगवा खंतारी गांव में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। बीते दिनों गांव में हुई हिंसक झड़प के बाद पुलिस प्रशासन ने एहतियातन भारी संख्या में पुलिस बल व आरएएफ के जवानों की तैनाती की है। गांव के हर कोने पर पुलिस की सख्त निगरानी रखी जा रही है।
यहां पर आंबेडकर प्रतिम हटाने को लेकर हुआ था विवाद
दो दिन पहले महिगवा खंतारी गांव में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा को हटाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। यह विवाद देखते ही देखते हिंसा में बदल गया। ग्रामीणों द्वारा किए गए पथराव में महिला थाना प्रभारी द्वितीय मेनका सिंह समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े।
हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही
घटना के बाद से ही प्रशासन सतर्क हो गया है। रविवार को आंबेडकर जयंती के मद्देनजर गांव की मुख्य सड़कों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। डीसीपी उत्तरी गोपाल चौधरी ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और फअऋ की संयुक्त टीम हर संवेदनशील स्थान पर मुस्तैद है। गांव में ड्रोन से निगरानी के साथ ही वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई जा रही है।
यह भी पढ़े : Crime News : करंट लगने से सैन्यकर्मी की दर्दनाक मौत, घर में कर रहे थे बिजली का काम
बीकेटी के कठवारा गांव में बिना अनुमति निकाली गई रैली
उधर बीकेटी थाना क्षेत्र के कठवारा गांव में भी आंबेडकर जयंती पर खासा उत्साह देखा गया। हालांकि, बिना प्रशासनिक अनुमति के भीम आर्मी के कार्यकतार्ओं द्वारा एक बड़ी रैली निकाली गई। इस रैली में भीम आर्मी के नेता श्यामू अपने हजारों समर्थकों के साथ मौजूद रहे। जुलूस के साथ भंडारे का आयोजन भी किया गया। प्रशासन द्वारा इस मामले में जांच की जा रही है कि आयोजन के लिए अनुमति क्यों नहीं ली गई और क्या इस पर कोई कार्रवाई होनी चाहिए।