लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।राजधानी लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाले बाल दुष्कर्म कांड में वांछित चल रहा शातिर अभियुक्त दीपक वर्मा उर्फ नन्हू आखिरकार पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपी को खोजकर सटीक सूचना के आधार पर घेरेबंदी की और जब आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग की, तो जवाबी कार्रवाई में वह घायल हुआ। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। एक देशी तमंचा 315 बोर, दो जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस, एक सफेद स्कूटी, एक पोको मोबाइल फोन, 270 नकद ,जिसमें 500 का एक फटा हुआ नोट बरामद हुआ है।
ढाई साल की बच्ची के साथ किया था दरिंदगी
2.5 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की यह जघन्य घटना आलमबाग थाना क्षेत्र में दर्ज की गई थी। पीड़िता की स्थिति और उम्र को देखते हुए यह मामला अत्यंत संवेदनशील था और अभियुक्त के विरुद्ध पाक्सो एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में केस पंजीकृत किया गया था। बीती रात जानकारी मिली कि अभियुक्त दीपक वर्मा अपनी सफेद स्कूटी से देवीखेड़ा रोड की ओर भागने की फिराक में है। इस सूचना पर आलमबाग पुलिस तत्काल सक्रिय हुई।करीब 2:55 बजे देवीखेड़ा रोड पर तिराहे से 200 मीटर आगे एक स्कूटी आती दिखाई दी। पुलिस ने रुकने का इशारा किया, तो आरोपी स्कूटी फिसलाकर भागने लगा। उसने पीछा कर रही पुलिस टीम पर तमंचे से दो बार फायर किया। पहली गोली मिस हो गई, जबकि दूसरी गोली प्रभारी निरीक्षक सुभाष चंद्र की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी।
फायरिंग के दौरान आरोपी के सीधे सीने में लगी गोली
पुलिस ने तीन बार सरेंडर के लिए चेतावनी दी, लेकिन आरोपी नहीं माना और दोबारा फायरिंग की कोशिश करने लगा। आत्मरक्षा में प्रभारी निरीक्षक ने सरकारी पिस्टल से दो गोलियां चलाईं, जिसमें एक गोली आरोपी के सीने में लगी। आरोपी मौके पर गिर पड़ा।पुलिस ने तुरंत घायल आरोपी को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। थाना आलमबाग की 15 सदस्यीय टीम, प्रभारी निरीक्षक सुभाष चंद्र के नेतृत्व में, इस मुठभेड़ में सम्मिलित रही।पूरी कार्रवाई में पुलिस का संयम, रणनीतिक कौशल और साहस दिखा। प्रभारी निरीक्षक को बुलेटप्रूफ जैकेट ने जानलेवा हमले से बचाया।यह मुठभेड़ केवल एक अभियुक्त के अंत की कहानी नहीं है, बल्कि एक मासूम को न्याय दिलाने का मजबूत कदम भी है।
वारदात से जुड़ा एक वीडियो आया सामने
वारदात से जुड़ा एक वीडियो एनकाउंटर के बाद सामने आया है। चूंकि दरिंगी की पूरी वारदात एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। सीसीटीवी साफ दिखाई दे रहा है कि आरोपी किस तरह से बच्ची को गोद में उठाकर ले जा रहा था। लिफ्ट के पास ले जाने के बाद दरिंदगी की।सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद जानकारी हुई कि वह दो व तीन बार पहले आया और उसे जब लगा की बच्ची गहरी नींद में सो गई है तब उसे उठाने पहुंचा। वहीं बच्ची की हालत आज भी नाजुक बताई जा रही है। वहीं इस घटना से पुलिस के ऊपर सवालियां निशान खड़ा हो गया। इसीलिए पुलिस ने तेजी देखाते हुए वारदात के चौबीस घंटे के अंदर आरोपी को खोज निकाला। आरोपी कहीं भागने की फिराक में था लेकिन उससे पहले पुलिस मुठभेड़ में ढ़ेर हो गया।
यह भी पढ़ें : UP News: अब बॉलीवुड के सहारे अखिलेश का योगी सरकार पर हमला!
यह भी पढ़ें : बख्शे नहीं जाएंगे गरीबों की जमीन हड़पने वाले : सीएम योगी
यह भी पढ़ें : Electricity : मेट्रो सिटी में बिजली आपूर्ति कभी भी हो सकती है ठप, गाजीपुर इलाके में आज 5 घंटे बाधित रहेगी सप्लाई