Advertisment

लखनऊ में Mamata Banerjee के खिलाफ साधु-संतों का प्रदर्शन

विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला साध्वियां और युवा भी शामिल हुए। महिला संतों ने कहा कि बंगाल में महिलाओं के साथ हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन ममता सरकार इन पर मौन है।

author-image
Abhishek Mishra
एडिट
Sadhus saints protested against Mamata Banerjee

लखनऊ में ममता बनर्जी के खिलाफ भारतीय हिंदू महासभा का प्रदर्शन

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

लखनऊ में सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नीतियों के विरोध में अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने प्रदर्शन किया गया। बड़ी संख्या में संतों, साध्वियों, बच्चों और संगठन के कार्यकर्ताओं ने गांधी प्रतिमा स्थल पर एकत्र होकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की। प्रदर्शनकारी संतों ने हाथों में तख्तियां और त्रिशूल लिए हुए जय श्री राम और ममता बनर्जी मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में हिंदू समुदाय के साथ हो रहे अन्याय पर ममता सरकार आंखें मूंदे बैठी है।

संगठन ने लगाए गंभीर आरोप

हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां की ममता सरकार एकपक्षीय रवैया अपना रही है और तुष्टीकरण की राजनीति के चलते हिंदू समाज को लगातार दबाया जा रहा है। उनका कहना है की पश्चिम बंगाल में मंदिरों पर हमले हो रहे हैं, धार्मिक कार्यक्रमों में बाधा डाली जा रही है और हिंदू महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है। लेकिन सरकार की ओर से न तो कोई कार्रवाई की जाती है और न ही पीड़ितों को न्याय मिलता है।

Advertisment

महिला संतों और युवाओं की भागीदारी

विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला साध्वियां और युवा भी शामिल हुए। महिला संतों ने कहा कि बंगाल में महिलाओं के साथ हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन ममता सरकार इन पर मौन है। उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री होकर ममता बनर्जी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रहीं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। 

केंद्र सरकार से की हस्तक्षेप की मांग

Advertisment

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वे तत्काल बंगाल की स्थिति का संज्ञान लें और वहां राष्ट्रपति शासन लागू करें। संत समाज ने चेतावनी दी कि यदि केंद्र सरकार ने शीघ्र कदम नहीं उठाए, तो यह आंदोलन पूरे देश में फैल सकता है।

यह भी पढ़ें- Lucknow में 'फुले' पर रोक के विरोध में AAP का प्रदर्शन, पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, कई हिरासत में

Advertisment
Advertisment