लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) ने डेटा आधारित स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल की है। शुक्रवार को (केजीएमयू) और इंडिया हेल्थ एक्शन ट्रस्ट (IHAT) के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) हुआ। इसके तहत केजीएमयू परिसर में अत्याधुनिक डेटा साइंस सेंटर की स्थापना की जाएगी।
गर्भवती महिलाओं और खसरा रोग की निगरानी
कुलपति प्रो. सोनिया नित्यनंद ने कहा कि डेटा साइंस सेंटर मातृ स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और टीकाकरण से रोके जा सकने वाले रोगों की निगरानी को सुदृढ़ करने की दिशा में एक अहम पहल है। यह सेंटर स्वास्थ्य डेटा का उपयोग करके विश्लेषणात्मक क्षमताओं को मजबूत करेगा। शुरूआत में सेंटर दो प्रमुख प्रोजेक्ट गर्भवती महिलाओं के रेफरल विश्लेषण और खसरा व उससे जुड़ी दिमागी बुखार (SSPE) की निगरानी प्रणाली पर काम करेगा।
कनाडा की यूनिवर्सिटी से तकनीकी सहयोग
कुलपति ने कहा कि भविष्य में यह सेंटर कैंसर की निगरानी, बुजुर्गों की देखभाल व अन्य जरूरी स्वास्थ्य क्षेत्रों में भी मददगार साबित होगा। इससे एक बेहतर और असरदार स्वास्थ्य प्रणाली बनाने में मदद मिलेगी। सेंटर को तकनीकी मदद यूनिवर्सिटी ऑफ मैनिटोबा, कनाडा से मिलेगी। इस मौके पर आयोजित समारोह में IHAT-UPTSU के सीनियर प्रोजेक्ट डायरेक्टर जॉन एंथनी ने IHAT की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर किए। यूनिवर्सिटी ऑफ मैनिटोबा से डॉ. जेम्स ब्लैंचर्ड और डॉ. मेरिसा बेकर कार्यक्रम में मौजूद रहे।
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