Advertisment

Crime News: सेना में भर्ती के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाला गैंग का मास्टरमाइंड लखनऊ से गिरफ्तार

सेना में भर्ती के नाम पर फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर देकर 22 से अधिक युवाओं से 1.12 करोड़ की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड रविकांत को एसटीएफ ने लखनऊ के विभूतिखंड से गिरफ्तार किया। आरोपी खुद को सेना का कर्नल बताकर युवाओं को भर्ती का झांसा देता था।

author-image
Shishir Patel
photo

युवाओं से करोड़ों की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड गिरफ्तार। Photograph: (वाईबीएन)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

लखनऊ वाईबीएन संवाददाता।उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सेना में भर्ती का झांसा देकर युवाओं से करोड़ों की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड को लखनऊ के विभूतिखंड इलाके से गिरफ्तार किया गया है। पकड़ा गया आरोपी खुद को सेना में कर्नल बताकर युवाओं को फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर देकर ठगता था। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम रविकान्त यादव ग्राम रायपुर बभनियांव, थाना धानापुर, जनपद चंदौली है।

खुद को सेना का कर्नल बताकर 22 युवकों से 1.12 करोड़ की थी ठगी 

एसटीएफ को लंबे समय से सेना में भर्ती का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोहों के सक्रिय होने की सूचना मिल रही थी। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक श्री विशाल विक्रम सिंह के पर्यवेक्षण में साइबर टीम ने तकनीकी निगरानी और खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया।फर्रूखाबाद निवासी शेर सिंह ने 28 अक्टूबर 2024 को थाना मऊ दरवाजा में एफआईआर (संख्या 247/2024) दर्ज कराई थी। शेर सिंह का आरोप था कि आरोपी रविकान्त यादव ने खुद को सेना में कर्नल बताकर उसके बेटे और अन्य 22 युवकों से करीब 1.12 करोड़ की ठगी की थी। आरोपी ने अपने साथी ध्रुव कुमार राजपूत की मदद से अग्निवीर और नर्सिंग पदों पर भर्ती कराने का झांसा देकर फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर दिए थे।

यह भी पढ़े : Nagar Nigam : सफाई में लापरवाही पर नगर आयुक्त ने अधिकारियों को लगाई फटकार, बोले-विकास कार्यों में ढिलाई पर होगी कार्रवाई

भारतीय सेना में सिपाही पद पर हुआ था भर्ती

पूछताछ में रविकान्त यादव ने बताया कि वह वर्ष 2018 में भारतीय सेना में सिपाही पद पर भर्ती हुआ था, लेकिन 2021 में छुट्टी पर आकर उसने फर्जीवाड़ा शुरू किया। पहले 4 युवकों से 20 लाख की ठगी कर चुका था, जिसके मामले में वह पहले भी जेल जा चुका है। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद उसने सेना से त्यागपत्र देकर ठगी का धंधा फिर शुरू किया।वर्ष 2023 में सेना में कार्यरत उसके साथी ध्रुव कुमार की मदद से फर्रूखाबाद के युवकों को जाल में फंसाया गया। नर्सिंग भर्ती के नाम पर 11 लाख और अग्निवीर भर्ती के लिए 5 लाख प्रति युवक की दर से पैसे लिए गए। आरोपी ने सभी को नकली नियुक्ति पत्र देकर गुमराह किया।

Advertisment

यह भी पढ़े : UP में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल : दो IAS और 18 PCS अधिकारियों के हुए तबादले, देखें किसे कहा मिली तैनाती

एसटीएफ की अपील इस तरह की धोखाधड़ी से रहे सावधान 

जब युवाओं ने नियुक्ति पत्रों की जांच कराई तो वे फर्जी निकले, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे थाना कादरीगेट, जनपद फर्रूखाबाद को सौंप दिया है, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।एसटीएफ ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सेना भर्ती या किसी भी सरकारी नियुक्ति के नाम पर किसी भी व्यक्ति को पैसा न दें और इस तरह की धोखाधड़ी से सावधान रहें।

Advertisment
Advertisment