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शराब तस्कर गिरफतार।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।उत्तर प्रदेश एसटीएफ को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। टीम ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध शराब की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सक्रिय तस्करों को 537 पेटी अंग्रेजी शराब (मैकडॉवेल ब्रांड) के साथ गिरफ्तार किया है। बरामद शराब की अनुमानित कीमत लगभग 60 लाख रुपये बताई जा रही है। यह कार्रवाई जनपद आजमगढ़ के कंधरापुर थाना क्षेत्र में की गई।
कंधरापुर मोड़ के पास घेराबंदी कर कंटेनर ट्रक को पकड़ा
एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को जानकारी मिली थी कि पंजाब से भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब लेकर एक कंटेनर ट्रक बिहार की ओर जा रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम सक्रिय हुई। स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (किमी 229), कंधरापुर मोड़ के पास घेराबंदी कर कंटेनर ट्रक को पकड़ा।गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम भीमा राम, पुत्र मंगा राम, निवासी सोमिनिया की घड़ी, थाना ग्रामीण बाड़मेर, जनपद बाड़मेर (राजस्थान),योगेश कुमार, पुत्र हरिराम, निवासी कतराल, थाना धोरीमना, जनपद बाड़मेर (राजस्थान) है। इनके कब्जे से 537 पेटी मैकडॉवेल लिखी हुई अंग्रेजी शराब (कीमत लगभग 60 लाख रुपये), 1 कंटेनर ट्रक (फर्जी नंबर प्लेट लगा हुआ), 1 मोबाइल फोन, 4,600 नगद बरामद हुआ है।
जानिए कैसे चल रही थी तस्करी
पूछताछ में तस्करों ने खुलासा किया कि वे पंजाब के शराब तस्कर आशु के लिए काम करते हैं। आशु द्वारा चंडीगढ़ से कंटेनर में अवैध शराब लोड कराई जाती थी, जिसे फर्जी कागजात बनवाकर बिहार भेजा जाता था। पकड़े गए तस्करों को कंटेनर में नमकीन व चिप्स की बिल्टी दी गई थी, ताकि जांच के दौरान वाहन पर संदेह न हो। शराब को इन्हीं खाद्य पदार्थों के कार्टनों के बीच छिपाकर रखा गया था।प्रति ट्रिप तस्करों को आशु द्वारा एक लाख रुपये भुगतान किया जाता था। आशु सस्ते दामों में पंजाब से शराब खरीदकर बिहार में ऊंचे दामों पर बेचता था।
फर्जी नंबर प्लेट और दस्तावेजों का खेल
जांच में खुलासा हुआ कि तस्करों ने पकड़े गए कंटेनर ट्रक का रजिस्ट्रेशन नंबर (एमएच-04 केएफ-4377) फर्जी तरीके से बदल दिया था। वाहन के चेचिस नंबर में भी हेराफेरी की गई थी ताकि जांच के दौरान कोई विसंगति न मिले।जब एसटीएफ ने उक्त नंबर के वास्तविक ट्रक मालिक से संपर्क किया तो उसने बताया कि उसका ट्रक भिवंडी (महाराष्ट्र) में खड़ा है। उसने वीडियो कॉल के माध्यम से ट्रक दिखाया और अपने असली कागजात भेजे, जिससे फर्जीवाड़ा उजागर हो गया।
पुलिस कार्रवाई और मुकदमा दर्ज
गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के खिलाफ थाना कंधरापुर, जनपद आजमगढ़ में मुकदमा दर्ज किया गया है।एसटीएफ और आबकारी विभाग की टीमें अब गिरोह के मास्टरमाइंड आशु व बिहार के शराब सप्लायर राहुल की तलाश में जुटी हैं।एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल अवैध शराब तस्करी पर करारा प्रहार है बल्कि फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से चल रहे तस्करी नेटवर्क के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश भी है।
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