Advertisment

UP News: सीएम योगी बोले, शारीरिक बनावट नहीं करती है क्षमता का निर्धारण

विश्‍व दिव्यांग दिवस 2025 के अंतर्गत आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर बल दिया कि शारीरिक बनावट, क्षमता के निर्धारण और लक्ष्यों की प्राप्ति में बाधा नहीं बनती है।

author-image
Vivek Srivastav
03 n6

विश्‍व दिव्यांग दिवस 2025 के अंतर्गत आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सेल्‍फी लेता एक दिव्‍यांग। Photograph: (सोशल मीडिया)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। विश्‍व दिव्यांग दिवस 2025 के अंतर्गत आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर बल दिया कि शारीरिक बनावट, क्षमता के निर्धारण और लक्ष्यों की प्राप्ति में बाधा नहीं बनती है। बुधवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में दिव्यांगजन सशक्तिकरण, छात्रवृत्ति वितरण, सहायक उपकरण प्रदान करने तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं के सम्मान के लिए आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्‍यमंत्री ने कहा कि भारत की ऋषि परंपरा ने हमेशा हमें इस बात के लिए प्रेरित किया है कि व्यक्ति की शारीरिक बनावट उसकी क्षमता का निर्धारण नहीं करती है। भारतीय मनीषा का मानना है कि वास्तविक शक्ति मन, संकल्प और आत्मबल में है। भारत ही नहीं, पूरी दुनिया ने उस संकल्प शक्ति को, आत्मबल को वास्तविक और व्यावहारिक जीवन में दिव्यांगजन के सामर्थ्य से उद्घाटित होते हुए देखा है।

देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर दी विनम्र श्रद्धांजलि 

सीएम योगी ने कहा कि आज देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की भी पावन जयंती है। उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए मैं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां एक ग्रंथ है अष्टावक्र गीता, जिसे ऋषि अष्टावक्र ने रचा था। उनके बारे में अनेक धारणाएं हैं और कहते हैं कि विदेह जनक को भी आत्मज्ञान की प्रेरणा उन्होंने दी। मध्यकाल में संत सूरदास इसके उदाहरण हैं। दुनिया में भी अनेक ऐसे उदाहरण हैं, जहां दिव्यांगजनों को थोड़ा भी संबल मिला तो उन्होंने अपने सामर्थ्य और अपनी शक्ति से समाज के लिए वह सब कुछ कर दिखाया जिस पर सामान्य जन को सहज विश्‍वास भी नहीं होता है।

Advertisment

थोड़ा सा संबल दें तो बहुत अच्छे परिणाम सामने आ सकते हैं

उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन के कल्याण के लिए केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, वे एक प्लेटफॉर्म के रूप में आपके लिए अत्यंत उपयोगी हो सकते हैं। अगर किसी के परिवार में जाने-अनजाने या किसी गलती के कारण कोई बच्चा दिव्यांगता का शिकार होता है तो स्वाभाविक रूप से परिवार और समाज उसे उपेक्षित कर देता हैं। परिणाम यह होता है कि बचपन में ध्यान न दिए जाने तथा संबल न मिलने के कारण उपेक्षा, जीवन भर उसके मन को कुंठित करती है। वह स्वयं को लाचार स्थिति में देखता है, जबकि यदि हम थोड़ा सा संबल दें तो बहुत अच्छे परिणाम सामने आ सकते हैं।

ईश्‍वर की सर्वश्रेष्ठ रचनाओं में से एक है मनुष्य

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार में हमारे खेल और युवा कल्याण विभाग के सचिव स्वयं पैरालंपिक मेडलिस्ट हैं तथा उस टीम का हिस्सा रहे हैं, जिसने पैरा ओलंपिक में सर्वाधिक मेडल जीते। चित्रकूट के मंडलायुक्त दृष्टिबाधित हैं, लेकिन मंडलायुक्त के रूप में वहां अपनी पूरी क्षमता से कार्य कर रहे हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि हमारी संकल्प शक्ति और आत्मबल ही हमारे सामर्थ्य का वास्तविक पैमाना है।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति ईश्‍वरीय कृति है और मनुष्य ईश्‍वर की सर्वश्रेष्ठ रचनाओं में से एक है। यदि हम हर मनुष्य के भीतर ईश्‍वर का वास मानकर उसके प्रति सद्भाव और सहानुभूति रखें तथा थोड़ा सा संबल दें, तो उपेक्षा के भाव से उसे बाहर निकालकर समाज और राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है। दिव्यांगजन की सामर्थ्य और उनकी प्रतिभा से समाज को लाभान्वित किया जा सकता है।

Advertisment

पेंशन राशि 300 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए की

उन्होंने कहा कि हो सकता है कि शारीरिक रूप से कोई अंग कमजोर हो, लेकिन मानसिक रूप से वह अत्यंत परिपक्व हो। यदि संबल दिया जाए तो वह अपनी क्षमता, शक्ति और आत्मबल के आधार पर समाज और राष्ट्र के लिए अत्यंत उपयोगी बन सकता है। आज उत्तर प्रदेश सरकार ने पेंशन की राशि को 300 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया है। लाभार्थियों की संख्या भी 8 लाख से बढ़ाकर 11 लाख से अधिक कर दी गई है और तकनीक के उपयोग से पारदर्शी व सरल प्रक्रिया के जरिए उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। दिव्यांगजन के लिए अच्छे संस्थान स्थापित किए गए हैं और सहायक उपकरण वितरण की प्रक्रिया को भी व्यापक रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है।

प्रदेश में दिव्यांगजन कल्याण को 2014 के बाद नई गति मिली

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार उत्तर प्रदेश में दिव्यांगजन कल्याण को 2014 के बाद नई गति मिली है। पहले व्हीलचेयर, ट्राईसाइकिल, ब्लाइंड स्टिक और हियरिंग एड प्राप्त करना अत्यंत कठिन था, परंतु एलिम्को, कानपुर और डीडीआरसी को सक्रिय कर स्थिति में सुधार किया गया। प्रदेश के सभी डीडीआरसी को पुनर्जीवित किया जा रहा है तथा प्रत्येक कमिश्नरी मुख्यालय पर नए केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए शब्द दिव्यांग ने सम्मान की नई भाषा और नई सोच को देश में स्थापित किया है। सरकारी भवनों, परिवहन और सार्वजनिक स्थलों को बैरियर फ्री बनाया जा रहा है तथा विद्यालयों को सुलभ बनाने का अभियान जारी है। ब्रेल लिपि, साइन लैंग्वेज, रैम्प, छात्रवृत्ति, निशुल्क प्रशिक्षण, कौशल विकास और रोजगार के साथ ही सरकारी सेवाओं में 4 प्रतिशत तथा शिक्षण संस्थानों में 5 प्रतिशत आरक्षण लागू है।

Advertisment

यूडीआईडी कार्ड के 16,23,000 से अधिक कार्ड निर्गत किए

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश में यूडीआईडी कार्ड के 16,23,000 से अधिक कार्ड निर्गत किए गए हैं और 19,74,000 से अधिक पंजीकृत हैं। कुष्ठावस्था पेंशन को 2,500 रुपए से बढ़ाकर 3,000 रुपए किया गया है तथा कृत्रिम अंगों हेतु अनुदान 10,000 रुपए से बढ़ाकर 15,000 रुपए किया गया है। स्मार्टफोन, टैबलेट और डेज़ी प्लेयर जैसी आधुनिक सहायक सामग्रियों के लिए भी धन उपलब्ध कराया गया है। अब तक 3,84,000 से अधिक कृत्रिम उपकरण वितरित किए जा चुके हैं। शल्य चिकित्सा अनुदान 8,000 रुपए से बढ़ाकर 10,000 रुपए किया गया है और कॉक्लियर इम्प्लांट के लिए 6,00,000 रुपए की सहायता दी जा रही है। इस वर्ष 108 बच्चों का सफल इम्प्लांट कराया गया है। मानसिक दिव्यांगजन के लिए बरेली, मेरठ, गोरखपुर और लखनऊ में 50-50 क्षमता वाले आश्रय गृह संचालित हैं। चित्रकूट और बांदा में नए केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं तथा 16 जिलों में 24 संस्थान कार्यरत हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार प्रदेश में 6,100 से अधिक दम्पत्तियों को विवाह प्रोत्साहन तथा 8,835 दिव्यांग व्यक्तियों को स्वरोजगार सहायता प्रदान की गई है। 18 मंडलों में बचपन डे केयर केंद्र संचालित हैं।

यह भी पढ़ें : UP Politics: BLO की दिक्कतों और आत्महत्या जैसी घटनाओं पर गंभीर संवाद हो : मायावती

यह भी पढ़ें : UP Politics: अखिलेश का बड़ा आरोप, मतदाता सूची से लोगों के नाम काट रहे चुनाव आयोग और भाजपा

यह भी पढ़ें : UP News: सीएम योगी बोले- संवाद, संवेदनशीलता और सकारात्मकता बनाएगी प्रभावी पुलिस अधिकारी

CM yogi | CM Yogi Adityanath | cm yogi news | yogi news | up cm yogi | UP CM visit | up cm yogi adityanath | up cm yogi adityanath speech

yogi CM yogi cm yogi news up cm yogi adityanath up cm yogi adityanath speech UP CM visit CM Yogi Adityanath up cm yogi yogi news
Advertisment
Advertisment