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UP News : इन हस्तियों ने रोशन किया प्रदेश का नाम, मिले 'पद्म' पुरस्‍कार, योगी ने दी बधाई

पद्म पुरस्कार से सम्मानित हुईं विभूतियां। केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद को मिला पद्मश्री, साध्वी ऋतम्भरा को पद्म भूषण, पूर्व विधायक भुलई भाई को मरणोपरांत, वैज्ञानिक प्रो. आशुतोष शर्मा व प्रो. सैय्यद ऐनुल हसन को भी मिला पद्मश्री।

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Vivek Srivastav
पदम पुरस्‍कार

नई दिल्‍ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों पदम पुरस्‍कार लेतीं उत्‍तर प्रदेश की विभूतियां। 1 - प्रो. आशुतोष शर्मा 2 - साध्वी ऋतम्भरा 3 - प्रो. सोनिया नित्यानंद 4 - भुलई भाई के पोते 5 - प्रो. सैय्यद ऐनुल हसन ! Photograph: (साेशल मीडिया)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता : देश के प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार-2025 की घोषणा के बाद मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली विभूतियों को यह सम्मान प्रदान किया। उत्तर प्रदेश की कई हस्तियों को यह सम्मान मिला है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सम्मान ( Padma Awards 2025) पाने वाली विभूतियों को शुभकामनाएं दीं हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में-

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समाज सेवा के लिए साध्वी ऋतंभरा को 'पद्म भूषण'

साध्वी ऋतंभरा को सामाजिक कार्यों में उनके अतुलनीय योगदान के लिए 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया है। सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'साध्वी ऋतंभरा का जीवन, सेवा और राष्ट्र के प्रति समर्पण का अनुपम उदाहरण है। उनकी ओजस्वी वाणी और तपस्वी जीवन ने समाज को नई दिशा दी है।'

साध्वी ऋतंभरा की जीवन यात्रा 

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साध्वी ऋतंभरा का जन्म 31 दिसंबर 1963 पंजाब राज्‍य के लुधियाना जिले के दोराहा गांव में हुआ था। उनके बचपन का नाम निशा था. 1980 में हरिद्वार जाकर गुरु स्वामी परमानंद गिरि महाराज से दीक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने सामाजिक उत्थान और हिंदुओं को जागृत करने का बीड़ा उठाया। 80 के दशक में साध्वी ऋतंभरा विश्व हिंदू परिषद की महिला शाखा दुर्गावहिनी की अध्यक्ष बनीं। राम मंदिर आंदोलन के दौरान अपने तेजस्वी भाषण से हिंदुओं को एकजुट किया।

वात्सल्य ग्राम की स्थापना 

साध्वी ऋतंभरा ने साल 2001 में वृंदावन में वृद्ध आश्रम की स्थापना की और अनाथ बच्चों के रहने के लिए स्थान बनाया। इसे वात्सल्य ग्राम कहते हैं। साध्वी ऋतंभरा को देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कई सम्‍मानों से नवाजा जा चुका है। इसमें 'मेयर ऑफ दि सिटी ऑफ ह्यूस्टन', 'मेयर ऑफ दि सिटी ऑफ पियरलैंड', 'ऑफिस ऑफ दि मेयर ऑफ टेक्सास', 'कांउटी ऑफ लॉस एंजिल्स', 'काउंसलेट जनरल ऑफ इंडिया इन यूएसए' आदि  शामिल हैं।

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प्रो. सोनिया नित्यानंद को 'पद्मश्री' 

किंग जॉर्ज चिकित्सा विवि (केजीएमयू) की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद 'पद्मश्री' से सम्मानित की गई हैं। प्रो. सोनिया नित्यानंद देश की पहली महिला बोन मैरो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ हैं। उन्हें मेडिसिन के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए 'पद्मश्री' से सम्‍मानित किया गया है। प्रो. सोनिया नित्यानंद का एसजीपीजीआई, केजीएमयू और लोहिया संस्थान समेत तीनों मेडिकल संस्थानों से संबंध रहा है।
मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि प्रो. सोनिया नित्यानंद को स्टेम सेल प्रत्यारोपण और हेमेटोलॉजिकल विकारों पर उनके शोध के लिए 'पद्मश्री' से नवाजा गया है। उनके शोध कार्य चिकित्सा क्षेत्र के लिए अमूल्य निधि हैं और यह सम्मान पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है.
वहीं, प्रो. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। चिकित्सा जगत में मेरे योगदान को सम्‍मान मिला है। इसे प्राप्‍त कर खुशी की अनुभूति हो रही है।

भुलई भाई' को मरणोपरांत 'पद्मश्री' सम्मान

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कुशीनगर जिले के रामकोला स्थित पगार गांव के रहने वाले श्रीनारायणजी उर्फ 'भुलई भाई' को मरणोपरांत 'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया है। श्रीनारायण जी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल थे। वह पहली बार जनसंघ से विधायक चुने गए। 111 साल की उम्र में उन्होंने साल 2024 में अंतिम सांस ली।
उन्हें सम्मान मिलने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा कि 'भुलई भाई' जी ने अपने दीर्घ जीवनकाल में राजनीति की साधना करते हुए समाज के हित में अअमूल्य योगदान दिया। उनको मिला यह सम्मान राष्ट्र सेवा का गौरवशाली प्रमाण है। उनका जीवन पीढ़ियों के लिए प्रेरणा पुंज बनकर समाज को आलोकित करता रहेगा.

एक नजर में श्रीनारायणजी उर्फ 'भुलई भाई'

'भुलई भाई' का जन्म 1 नवंबर 1918 को रामकोला क्षेत्र के पगार गांव में हुआ था। 60 वर्षों के राजनीतिक जीवन में 'भुलई भाई' ने लीक से हटकर काम किए। उन्‍होंने जीवन भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।

शिक्षा और साहित्य की सेवा के लिए प्रो. सैय्यद ऐनुल हसन को भी पद्म श्री 

हिंदी-उर्दू साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाले प्रो. सैय्यद ऐनुल हसन को पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। हसन जी को 'पद्म श्री' सम्मान से अलंकृत किए जाने पर सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने हार्दिक बधाई दी। सीएम ने सोशल मीडिया 'एक्‍स' पर लिखा, 'शिक्षा के प्रसार और साहित्य की सेवा में आपका योगदान अत्यंत प्रशंसनीय है। आपका कृतित्व और व्यक्तित्व समाज को नई दिशा प्रदान करता रहेगा।'

विज्ञान और तकनीकी नवाचार के लिए प्रो. आशुतोष शर्मा पद्म श्री  

वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. आशुतोष शर्मा को विज्ञान और तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में पद्म श्री मिला है। वह पूर्व में भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव भी रह चुके हैं। प्रो. आशुतोष शर्मा जी को हार्दिक बधाई देते हुए मुख्‍यमंत्री योगी ने सोशल मीडिया 'एक्‍स' पर लिखा, 'आपकी शोध साधना और तकनीकी नवाचारों ने देश और दुनिया में उत्तर प्रदेश का मान अभिवर्धित किया है। आपके अमूल्य योगदान से संपूर्ण राष्ट्र सदैव प्रेरणा प्राप्त करता रहेगा।'

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Padma Awards 2025
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