प्रयागराज, वाईबीएन नेटवर्क।
रेलवे ने महाकुंभ तीर्थ यात्रियों के लिए पिछले दो दिनों में प्रयागराज जंक्शन से 580 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है। अब महाकुंभ से लौटने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। रेलवे ने इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज से अधिक स्पेशल ट्रेनों को संचालन शुरू कर दिया है। रेलवे ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि धैर्य बनाए रखें, अफवाहों से सचेत रहें और रेलवे में सुरक्षित सफर करते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचें।
शनिवार से लागू किया था इमरजेंसी प्लान
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बाद शनिवार सुबह स्टेशन पर भीड़भाड़ को रोकने के लिए अधिकारियों ने एक 'इमरजेंसी प्लान' शुरू की थी। इमरजेंसी प्लान के तहत प्रयागराज जंक्शन में सीधे प्रवेश को निलंबित कर दिया गया और यात्रियों को होल्डिंग एरिया में भेज दिया गया। जहां से उन्हें अलग अलग में स्टेशन में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। आपात कालीन योजना लागू होने के 24 घंटे से भी कम समय में भीड़ पर नियंत्रण कर लिया गया। यह योजना रविवार सुबह 4 बजे तक प्रभावी रही थी।
यात्रियों को स्टेशन पर बैठने की अनुमति नहीं दी गई
रेलवे प्रशासन ने भीड़ बढ़ने के साथ आपातकालीन योजना लागू कर श्रद्धालुओं के प्लेटफार्म पर बैठने पर पाबंदी लगा दी थी। भीड़भाड़ को रोकने के लिए मौनी अमावस्या के दौरान लागू किए गए सुरक्षा उपायों की ही तरह सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। नियंत्रण कक्ष से स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी गई। रेलवे प्रशासन का कहना है कि नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जा रहा है।
सभी आठ स्टेशनों पर वन वे व्यवस्था
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि पहले से जारी किए गए प्रोटोकॉल का पालन कड़ाई से कराया जा रहा है। प्रोटोकॉल के तहत, प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर शहर से प्रवेश और सिविल लाइंस की तरफ से निकास की अनुमति है और यात्रियों को होल्डिंग एरिया में रखा जाता है। प्रयागराज के सभी आठ स्टेशनों पर यह वन-वे प्रवेश और निकास व्यवस्था की गई है ताकि भीड़ में लोग एक दूसरे को क्रॉस न करें।
दो दिन में 1.43 मिलियन श्रद्धालुओं ने की सवारी
भारी भीड़ को संभालने के लिए, शनिवार को प्रयागराज के सभी आठ स्टेशनों से 339 ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें भव्य उत्सव से लौटने वाले 1.47 मिलियन से अधिक यात्री थे। यह गति रविवार को भी जारी रही, जिसमें दोपहर 3 बजे तक 238 ट्रेनें चलीं।