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Piyush Goyal - Om Birla Photograph: (Google)
पवित्र संगम तट पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "यह भारत की आध्यात्मिक, संस्कृति और आस्था का महाकुंभ है। भारत के वेद, विज्ञान और पुरातन संस्कृति का प्रतीक है। भारत की पुरातन संस्कृति में महाकुंभ का विशेष महत्व बताया गया है, इसलिए हर कोई 144 साल में आए इस अवसर पर आस्था के महाकुंभ में गंगा मैया की गोद में डुबकी लगाने का आतुर हैं। 50 करोड़ से अधिक लोग पवित्र स्नान कर चुके हैं।10 दिन से अधिक महाकुंभ और चलेगा। करोड़ों लोग अभी और स्नान के लिए पहुंचेंगे, पहुंच रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि आस्था ही जीवन में सबसे बड़ी सामर्थ्य है।
बोले- संत - ऋषियों की वाणी का अदभुत संगम
“श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था कल्पना से परे है”
महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए पहुंचे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं की जमकर तारीख की। उन्होंने कहा कि, "दुनिया के कोने-कोने से आए 50 करोड़ लोग पवित्र संगम पर डुबकी लगा चुके हैं। रोजाना श्रद्धालुओं का सैलाब मां गंगा की गोद में पहुंच रहा है। 13 जनवरी से कारवां लगातार चल रहा है। उन्होंने कहा श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए की गई व्यवस्था कल्पना से परे है। हमने इतने कम समय में ऐसा आयोजन किया है, जिसमें इतने सारे लोग त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए एकत्र हुए हैं। यह वास्तव में ईश्वर का आशीर्वाद है।
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