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Mahakumbh 2025: पाकिस्तान से 80 लोगों की अस्थियां लेकर संगम आया पुजारी

Mahakumbh 2025: आस्था और परंपरा के महापर्व महाकुंभ में देश विदेश से श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम जारी है। दुनिया के कई देशों से लोग सनातन परंपरा का हिस्सा बनने के लिए पहुंच रहे हैं। इसके अलावा दूसरे देशों में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग भी शिरकत

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Vivek Sharma
PAKISTANI IN KUMBH
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महाकुंभ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।

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आस्था और परंपरा के महापर्व महाकुंभ में देश विदेश से श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम जारी है। दुनिया के कई देशों से लोग सनातन परंपरा का हिस्सा बनने के लिए पहुंच रहे हैं। इसके अलावा दूसरे देशों में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग भी शिरकत कर रहे हैं। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी लोग कुंभ में स्नान के लिए आएंगे। जानकारी के अनुसार कराची हनुमान मंदिर के मुख्य सेवक महंत श्री राम नाथ महाराज सोमवार को अटारी सीमा से भारत पहुंचे। पाकिस्तान में करीब 20 लाख हिंदू रहते हैं। उन्होंने भारत सरकार से अपने प्रियजनों की अस्थियों को प्रवाहित करने की आज्ञा मांगी थी। इसके तहत 2022 में पाकिस्तानी हिंदू परिवारों को गंगा में अस्थियां प्रवाहित करने के लिए स्पांसरशिप पॉलिसी लागू की गई थी। इस बार बड़ी संख्या में  हिंदुओं की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करने के लिए लाई गई हैं।

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480 हिंदुओं की अस्थियां गंगा में होंगी प्रवाहित

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महंत रामनाथ पाकिस्तान के अनुसार वे  पिछले कुछ सालों में मृत्यु को प्राप्त हुए 480 हिंदुओं की अस्थियां लेकर भारत आए हैं। मृतकों की मोक्ष प्राप्ति के लिए यहां विधि विधान और सनातन परंपरा से पूजा की जाएगी ताकि उन्हें उन्हें मोक्ष मिल सके। इन अस्थियों को हरिद्वार में विधि विधान से विसर्जित करने के बाद प्रयागराज में कुंभ स्नान भी करेंगे। इन अस्थियों को गंगाजी में बहाने के लिए मंदिर अथवा श्मशानघाट में कलश में सुरक्षित रखा गया था। संबंधित परिवारों की इच्छा थी कि इन अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया जाए ताकि सभी की आत्मा को शांति मिले। भारत सरकार की तरफ से इस कार्य के लिए दो साल पहले ही अनुमति दे दी गई थी।  महंत रामनाथ इससे पहले 2011 और 2016 में भी हिंदुओं की अस्थियों को प्रवाहित करने के लिए भारत आ चुके हैं। फिलहाल कुंभ के लिए उन्हें भारत सरकार की ओर से 10 दिन का वीजा दिया गया है।

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पाकिस्तान में भी चल रहा महाकुंभ

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भारत के प्रयागराज में इस समय महाकुंभ की धूम है। दुनिया के कई देशों से लोग इसमें शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन इन देशों में एक देश ऐसा भी है, जो वीजा कारणों की वजह से यहां आ नहीं पाता। हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं की जो वीजा कारणों से महाकुंभ में शामिल नहीं हो सकता और इसी वजह से पाकिस्तान के हिंदुओं ने अपना एक अलग महाकुंभ आयोजित किया है, जिसमें वे गंगा जल से स्नान कर अपनी आस्था दिखा रहे हैं। रहीमयार खान जिले में चल रहे इस कुंभ में पवित्र नदियों का जल मिलाकर संगमघाट बनाया गया है जिसमें लोग आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।

सनातन परंपरा की मजबूत झलक

पाकिस्तान में गंगा नदी के पानी से नहाने के लिए एक कुंड तैयार किया गया है, जिसके अंदर नॉर्मल पानी में गंगाजल मिलाकर रखा है। श्रद्धालु उसमें खड़े होकर स्नान कर रहे हैं। पुजारी उनके ऊपर जल डालते हैं, जिससे वे गंगा स्नान का अनुभव ले सकें। हिंदू समुदाय की ये पहल सनातन परंपरा की मजबूती का एहसास कराती है। पाकिस्तान के इस कुंभ में वहां के रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग उत्साह से भाग रहे हैं। इस संबंध में कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। 

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