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Mahakumbh Stampede को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

सुप्रीम कोर्ट ने प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौतों के मामले में दायर एक याचिक पर सुनवाई से इनकार कर दिया है और याचिकाकर्ता को इलाहाबाद हाईकोर्ट जाने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मामले पर न्यायिक आयोग का गठन किया गया है।

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Vivek Sharma
SUPREME COART MAHAKUMBH STAMPEDE

Mahakumbh Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क

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सुप्रीम कोर्ट ने प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौतों के मामले में दायर एक याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया है और याचिकाकर्ता को इलाहाबाद हाईकोर्ट जाने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मामले पर न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी याचिका दाखिल है। वकील विशाल तिवारी की ओर से ये याचिका दाखिल की गई थी। जनहित याचिका में प्रयागराज महाकुंभ मे हुई भगदड़ पर स्टेटस रिपोर्ट और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।  सुप्रीम कोर्ट ने 29 नवंबर को कुंभ में भगदड़ की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। 

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30 लोगों की मौत

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दरअसल, कुंभ में भगदड़ को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने जनहित याचिका दाखिल की थी। इसमें देशभर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश देने और नियमों का पालन कराने की मांग की गई थी।
मौनी अमावस्या पर 28/29 जनवरी की रात करीब डेढ़ बजे संगम नोज पर भगदड़ मच गई थी। भीड़ ने लोगों को कुचल दिया था। सरकार के मुताबिक, 30 लोगों की मौत हुई और 60 घायल हो गए थे। श्रद्धालुओं की मदद के लिए महाकुंभ में विभिन्न भाषाओं में साइन बोर्ड लगाए जाएं।

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कोर्ट से की थी ये मांग

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-सभी राज्यों को अपने सुविधा केंद्र बनाना चाहिए, ताकि इमरजेंसी में राज्य अपने लोगों की मदद कर सके।
-इमरजेंसी में मदद के लिए तैयार रहें, सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में SMS और वॉट्सऐप के जरिए जानकारी दी जानी चाहिए।
-वीआईपी मूवमेंट से आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्रभावित न हो, उनके लिए कोई खतरा पैदा न हो।
-महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आने और बाहर निकलने के लिए कई रास्ते बनाए जाने चाहिए।
-भगदड़ घटना की रिपोर्ट पेश की जाए। लापरवाही बरतने वाले व्यक्तियों, अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाए।
-कार्यक्रम स्थल पर डॉक्टरों और नर्सों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और अन्य राज्यों के बीच समन्वय की आवश्यकता है।

हादसों पर अलग-अलग बातें 

महाकुंभ मेले में हुए हादसे को लेकर लोगों के बीच तरह-तरह की बातें चल रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि बैरिकेडिंग तोड़ी गई तो कुछ लोगों का कहना है कि साधुओं के आने की अफवाह फैलने से भगदड़ मच गई। प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई। वहीं, 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे।  

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योगी बोले, दोषियों पर होगी कार्रवाई

दूसरी ओर सीएम योगी ने साफ तौर पर कहा है कि हादसे के जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई होगी। दोषी पुलिसकर्मियों पर गाज गिरना गय है। इसमें ज्यादातर पुलिसकर्मियों के होने की बात कही जा रही है। सीएम योगी ने ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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