महाकुंभनगर, वाईबीएन नेटवर्क।
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी और खींच रखा है। इसी बीच महाकुंभ से दुखद घटना सामने आई। बुधवार तड़के महाकुंभ 2025 में भगदड़ की घटना देखने को मिली। इस घटना में अब तक 17 लोगों के मरने की खबर हैं। इसके अलावा कई और लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की भी जानकारी हैं। घटना के आम व्यक्ति से नेताओं तक, कई लोग वीआईपी कल्चर को इस घटना का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। महाकुंभ में वीआईपी कल्चर के चलते आम लोगों को भारी परेशानी हुई, उन्हें कई-कई घंटे रहना पड़ा खड़ा। इसके अलावा कई किमी तक चलना पड़ा पैदल चलना पड़ा। बताया जा रहा है की इसी के चलते महाकुंभ 2025 में भारी भीड़ हो गई। इसी भारी भीड़ को भगदड़ का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा हैं। अब लोग वीआईपी कल्चर पर सवाल उठा रहे हैं।
व्यवस्था पर उठे सवाल
नाराज लोगों ने निराशा जाहिर करते हुए व्यवस्था पर कठोर सवाल पूछे हैं। कई लोगों ने घटना को लेकर जमकर हंगामा किया। इस घटना के लिए लोगों ने प्रबंधन में कमी, बदइंतजामी और आम श्रद्धालुओं की जगह वीआईपी कल्चर पर प्रशासन के विशेष ध्यान देने को जिम्मेदार माना है। लोगों ने कहा है की कल्चर पर लगाम लगनी चाहिए और सरकार को आम श्रद्धालुओं के जरूरतों की पूर्ति के लिए बेहतर इंतजाम करने चाहिए।
हाइकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ने जताया रोष
इलाहाबाद हाइकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह ने वीआईपी कल्चर पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। अशोक सिंह ने कहा "वीआईपी प्रोटोकॉल के चक्कर में पूरे महाकुंभ मेले का सत्यानाश किया जा रहा है। " इस दौरान वो काफी गुस्से में नजर आएं और उन्होंने प्रशासन से लेकर सरकार तक सभी से सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा "वीआईपी लोगों को उनकी कार ले जाने की अनुमति देने से, न सिर्फ आम लोगों को तकलीफ हुई पर साथ ही भगदड़ भी इसी वजह से मची। "साथ ही अशोक सिंह ने बड़े अधिकारियों पर आरोप भी लगाए है। उन्होंने, डीएम, पुलिस और मेल अधिकारियों को भ्रष्ट बताया हैं और सीएम योगी आदित्यनाथ को इन सभी पर सख्त कारवाई करने के लिए कहा है।
महाकुंभ मेले में मची थी भगदड़
महाकुंभ मेले 2025 में बुधवार तड़के मौनी अमावस्या के मौके पर लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने के बाद भगदड़ होने से कई लोगों के घायल और मृत होने की खबर है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक मृतकों की संख्या 17 पहुँच गई हैं। वहीं कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है।