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बिलारी चीनी मिल के यूनिट हेड नहीं मानते डीएम का आदेश

मुरादाबाद के जिलाधिकारी अनुज सिंह ने चीनी मिलों से स्पष्ट तौर पर कहा है, किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया जाए। मगर बिलारी चीनी मिल को डीएम के आदेश की परवाह नहीं है।

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Anupam Singh
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वाईबीएन, संवाददाता।

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मुरादाबाद के जिलाधिकारी अनुज सिंह ने चीनी मिलों से स्पष्ट तौर पर कहा है, किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया जाए। मगर बिलारी चीनी मिल को डीएम के आदेश की परवाह नहीं है। हैरत इस बात की है कि बिलारी चीनी मिल ने पेराई भी बंद कर दी पर अभी 52 फीसदी भुगतान भी नहीं कर सकी। जिले में ओवर ऑल 78 फीसदी गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा सका है। बिलारी चीनी मिल का गन्ना मूल्य भुगतान सबसे कम है। रानी नागल भुगतान के मामले में सबसे अव्वल है। 

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जिला गन्ना अधिकारी के अनुसार जिले में गन्ना मूल्य का करीब 78 फीसदी भुगतान हो चुका है। जिन मिलों का भुगतान अवशेष है उनसे जल्द भुगतान की कोशिश की जा रही है। पेराई सत्र 2024-25 के अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान के लिए लगातार चीनी मिलों से फॉलोअप किया जा रहा है। इसके बाद भी स्थिति यह है कि कुल देय 738.76 करोड़ के सापेक्ष जिले में 571 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। बिलारी चीनी मिल ने कुल 52 फीस फीसदी भुगतान किया है। वहीं बेलवाड़ा चीनी मिल का कुल भुगतान 74.79 प्रतिशत और अगवानपुर चीनी मिल का 73.68 फीसदी भुगतान किया जा चुका है। बिलारी और बेलवाड़ा चीनी मिल का पेराई सत्र भी खत्म हो चुका है। पिछले दिनों जिलाधिकारी अनुज सिंह ने चीनी मिलों से जल्द भुगतान करने को कहा था इसके बाद भी भुगतान नहीं हो पा रहा है। गन्ना किसान इसको लेकर खफा भी हैं।

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