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गोष्ठी में रचना सुनाते कवि।
वाईबीएन, संवाददाता।
राष्ट्र भाषा हिन्दी प्रचार समिति की ओर से शुक्रवार को मासिक काव्य गोष्ठी का लाइनपार स्थित विश्नोई धर्मशाला में आयोजित की गई,जिसमें एक के बाद एक रचनाओं ने सभा का समा बांधा।
साहित्य से युवाओं का जुड़ाव भी जरुरी
गोष्ठी में कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। ऐसे में हर कोई तालियां बजाने को मजबूर हो गया। मुख्य अतिथि डॉ. महेश दिवाकर ने हिन्दी साहित्य के विकास और काव्य की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हम लोगों को आने वाली युवा पीढ़ी को भी जोड़ना होगा,ताकि युवा भी हिन्दी का महत्व समझ सके।
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हिन्दी साहित्य को बढ़ाने में कवि समाज का योगदान
कार्यक्रम का संचालन राम सिंह 'शंक' ने किया। गोष्ठी का शुभारंभ रघुराज सिंह 'निश्चल' द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति देकर किया गया। इस दौरान अध्यक्ष रामदत्त द्विवेदी ने कवियों को प्रेरणा देते हुए कहा कि हिन्दी साहित्य को समृद्ध करने में कवि समाज का महत्वपूर्ण योगदान है। गोष्ठी में विशिष्ट अतिथि के रूप में राजीव सक्सेना व अन्शय प्रतिष्ठित कवि उपस्थित रहे।
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