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Moradabad के भ्रष्ट जिला उद्यान अधिकारी ने बेच दिया 100 हेक्टेयर लहसुन का बीज

जिला उद्यान अधिकारी के खिलाफ निलंबन वास्ते फाइल शासन में कार्रवाई के लिए लंबित है। रिपोर्ट में किसानों को बांटने के लिए आये लहसुन के बीज को बेचने का स्पष्ट तौर से जिक्र किया गया है।

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Anupam Singh
हीहीी

मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।

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उद्यान विभाग में मुरादाबाद के जिला उद्यान अधिकारी (DHO)ने भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ दी, जो बीज किसानों में बांटने के लिए आया था,लहसुन के उन बीजों को किसानों को न देकर उन्होंने खुले बाजार में बेंच दिया। इसके बारे में जब वरिष्ठ अधिकारियों ने उनसे जवाब तलब किया तो उन्होंने ना तो किसानों की सूची उपलब्ध कराई और ना ही संतोषजनक जवाब दिया। इस पर जिला उद्यान अधिकारी के खिलाफ निलंबन के लिए फाइल शासन में कार्रवाई के लिए लंबित है।

शासन में मौजूद है डेढ़ सौ पन्नों की रिपोर्ट

शासन में मौजूद करीब 150 पन्नों की रिपोर्ट के मुताबिक उद्यान विभाग अच्छी खेती किसानी के लिए किसानों को बीज उपलब्ध कराता है। इसी सिलसिले में बीते दिवस करीब 100 हेक्टेयर में लहसुन की बुवाई के लिए उद्यान विभाग की ओर से मुरादाबाद जिले में बीज आया था, जिसकी कीमत लाखों रुपए में बताई जाती है। मगर यह किसानों को न देकर बल्कि उसे सीधा बेंच दिया गया। इस पर शीर्षथ अधिकारियों ने जिला उद्यान अधिकारी से उन किसानों की सूची उपलब्ध कराने को कहा जिनको उनकी ओर से किसानों में लहसुन बीज का वितरण करना दिखाया गया था, जिससे वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर सत्यापन कर सकें और किसानों से पूछ सकें। उन्हें बीज मिला या नहीं मिला। मगर जिला उद्यान अधिकारी ने शीर्षथ अधिकारियों को लहसुन बीज प्राप्त करने वाले किसानों के मोबाइल नंबर और पते समेत आदि जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई। रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा है कि लहसुन के बीज का किसानों में वितरण ना करके बेच दिया गया है।

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माइक्रोइरीगेशन योजना में भी गोलमाल

माइक्रोइरीगेशन योजना के तहत मुरादाबाद के कितने किसान अभी तक लाभान्वित हुए हैं। इसकी भी जानकारी जब शीर्षथ अधिकारियों ने जिला उद्यान अधिकारी से मांगी तो इसकी भी नहीं दी जार रही है, जबकि इस योजना में किसानों को 90 फीसदी तक अनुदान मिलता है। यहां बता दें कि माइक्रोइरीगेशन योजना ‘पर ड्रॉप मोर क्रॉप’ के नाम से योजना चलाई जा रही है। इसे सूक्ष्म सिंचाई तकनीक भी कहा जाता है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना भी इस योजना के अंतर्गत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली को प्रभावी तरीके अपनाया जाता है। इस सिंचाई पद्धति से 40 से 50 फीसदी तक पानी की बचत की जा सकती है और 35 से 40 फीसदी तक अधिक पैदावार भी हासिल की जाती है।

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क्या कहतें हैं मुरादाबाद के जिला उद्यान अधिकारी

मुरादाबाद के जिला उद्यान अधिकारी वैजनाथ सिंह ने बेपरवाह अंदाज में बताते हैं कि पत्रावलियां तो चलती रहती हैं। आरोप तो लगते रहते हैं। जब दोषी सिद्ध होंगे तभी तो कार्रवाई होगी।

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