मुरादाबाद में अवैध खनन से हो रहा है दिल्ली हाईवे का विकास, जिला प्रशासन का मौन संरक्षण
लोगों का कहना है कि अगर ठेकेदार के पास चार डंपर की अनुमति है तो वह 15-15 डंपर मिट्टी को लाकर गिरा रहा है। इससे साफ जाहिर है अवैध खनन पर मुरादाबाद के प्रशासनिक अधिकारियों का ठेकेदारों को मौन संरक्षण मिला हुआ है।
अगर जिला प्रशासन के इस दावे को सच मान लिया जाए कि मुरादाबाद जिले में अवैध खनन पूरी तरह से बंद है,तब भी सवाल इस बात पर उठता है कि दिल्ली हाईवे पड़ने वाले चौराहों और दोनों तरफ की पटरियों पर जो तीन-तीन फीट तक मिट्टी की भरान का कार्य चल रहा है। वह मिट्टी कहां से लाई जा रही है।
वहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह से अवैध मिट्टी लाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से ठेकेदार को संरक्षण प्राप्त है। उनका कहना है कि अगर ठेकेदार के पास चार डंपर की अनुमति है तो वह 15-15 डंपर मिट्टी को लाकर गिरा रहा है। इससे साफ जाहिर है अवैध खनन पर मुरादाबाद के प्रशासनिक अधिकारियों का ठेकेदारों को मौन संरक्षण मिला हुआ है। यही नहीं रोड की दोनों पटरियों के अलावा चौराहों पर भी कई डंपर मिट्टी लाकर गिराई जा रही है जो पूरी तरह से अवैध बताई जाती है।
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दिल्ली हाईवे के दोनो ओर पटरियों को भरा जा रहा है अवैध खनन से।
इस बारे में जिला खन्ना अधिकारी राघवेंद्र सिंह का कहना है, वह जांच करवाने के बाद ही कुछ बता पाने की स्थिति में होंगे। सवाल इस बात का है कि जिसके पास अवैध खनन रोकने की जिम्मेदारी है उन्हें भी शिकायत मिलने का इंतजार है। अवैध खनन का वह स्वत:संज्ञान नहीं लेंगे।
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