बसों के कुंभ में जाने का दिया गया हवाला
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में संविदा पर महिला परिचालकों की भर्ती को लेकर जिस बात की संभावना सर्वाधिक थी। आखिर वही हुआ। शासन ने पहले चरण में होने वाली भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर दिया है, जिसका आदेश प्रदेश के क्षेत्रीय प्रबंधकों को जारी कर दिया गया है। बीते दिनों यंग भारत ने भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाये थे। परिवहन मंत्री की वाहवाही बनी अफसरों की मुसीबत, महिला परिचालकों की सीधी भर्ती अभी भी अधर में शीर्षक से खबर चलाई थी।
यह भी पढ़ें: परिवहन मंत्री की वाहवाही बनी अफसरों की मुसीबत, महिला परिचालकों की सीधी भर्ती अभी भी अधर में
बहरहाल परिवहन निगम मुख्यालय ने आदेश जारी किया है, कि महिला सशक्तीकरण अभियान और महिला सम्मान को लेकर परिवहन निगम ने रोडवेज में संविदा परिचालकों के पद पर महिलाओं की भर्ती निकाली थी। प्रक्रिया का पहला चरण मुरादाबाद समेत विभिन्न रीजन में 6 फरवरी से होना था, मगर कुंभ मेले में रोडवेज की बसें संचालित होने के चलते मुख्यालय ने इस रोजगार भर्ती मेले को रद कर दिया है। मुरादाबाद की आरएम ममता सिंह ने बताया कि महाकुंभ मेले में निगम की बसों के संचालन के लिए पहले चरण में रोजगार मेला आयोजित किये जाने में व्यवहारिक कठिनाई आ रही थी। इस वजह से मुख्यालय ने भर्ती प्रक्रिया को फिलहाल टाल दिया है, जिसका आदेश आ गया है।
यह भी पढ़े : मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा, लाभकारी योजनाएं बनाए एमडीए के अफसर
लखनऊ, गोरखपुर, मुरादाबाद, आगरा और नोएडा में प्रस्तावित थी भर्ती
रोडवेज में संविदा पर महिला परिचालकों की भर्ती पहले चरण में लखनऊ, गोरखपुर, मुरादाबाद, आगरा और नोएडा में प्रस्तावित थी। छह फरवरी को रोजगार मेला लगाये जाने का एलान परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने किया था, जिसे टाल दिया गया है। वहीं सूत्र बता रहे हैं कि कुंभ में बसों का जाना तो एक बहाना है। दरअसल आउटसोर्सिंग और संविदा पर महिला परिचालकों के समायोजन को लेकर उहापोह की स्थिति बनी हुई है। मुख्यालय के अफसरों ने वाहवाही के चक्कर में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के दबाव में आदेश जारी कर दिया था।