मुरादाबाद वाईवीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के लोगों पर महंगाई का एक और बड़ा वार पड़ सकता है। बिजली विभाग यानी यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने बिजली दरों में 30 प्रतिशत बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है। इस खबर के सामने आते ही मुरादाबाद समेत पूरे प्रदेश में आम जनता में गुस्सा देखने को मिल रहा है।
राजस्व घाटा दिखाकर बढ़ोतरी की तैयारी
बिजली विभाग ने राज्य नियामक विद्युत आयोग में आय-व्यय से जुड़े आंकड़े दाखिल किए हैं, जिसमें बताया गया है कि विभाग को 19,600 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। विभाग का कहना है कि पिछले 5 वर्षों से बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई, जिससे वित्तीय अंतर 12.4% तक पहुंच गया है। इस घाटे की भरपाई के लिए अब दरें बढ़ाना जरूरी बताया जा रहा है।
लोगों की जुबानी: महंगाई में कैसे जिएं?
मुरादाबाद में जब बिजली को लेकर लोगों से बात की तो उनके चेहरे पे गुस्सा साफ़ झलक रहा था। एक उपभोक्ता ने कहा, दिल्ली में 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त है। हमारे मुख्यमंत्री ने भी मुफ्त बिजली का वादा किया था, लेकिन यहां तो उल्टा बोझ और बढ़ाया जा रहा है। वही एक उपभोक्ता ने कहा, यह सीधा जनता के साथ धोखा है। वादा मुफ्त बिजली का था, और किया जा रहा है महंगाई का हमला। सरकार को सोचना चाहिए कि जनता पहले से ही परेशान है।
जनता का साफ कहना है कि अगर सरकार वाकई में जनता की हितैषी है तो उसे बिजली की दरें बढ़ाने की बजाय राहत देनी चाहिए। विपक्ष भी इस मुद्दे को उठा सकता है क्योंकि यह सीधा आम आदमी की जेब पर असर डालने वाला फैसला होगा।
यह भी पढ़ें: कपड़ों के गोदाम में भीषण आग,चारों तरफ धुआं ही धुआं
यह भी पढ़ें: युवक को दोस्त ने पिलाई शराब, कर दिया गहनों पर हाथ साफ
यह भी पढ़ें: देहज़ उत्पीड़न में विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाला छः के खिलाफ मुकदमा दर्ज
यह भी पढ़ें:दिल्ली के लिए आज कोई ट्रेन नहीं, लखनऊ जाने वाली ट्रेन 10 घंटे लेट