Sambhal: बाप ही निकला बेटी का कातिल, प्रेम प्रसंग के चलते दिया घटना को अंजाम
Sambhal: प्रेम संबंधों की आड़ में इज्जत के नाम पर हुई एक और हत्या ने संभल जिले को दहला दिया। 19 वर्षीय मंजू की गला दबाकर हत्या उसके पिता और भाई ने ही कर दी क्योंकि उन्हें डर था कि बेटी के पड़ोसी युवक से रिश्ते की बात सामने आने से समाज में बदनामी होगी।
मुरादाबाद वाईवीएन संवाददाता।प्रेम संबंधों की आड़ में इज्जत के नाम पर हुई एक और हत्या ने संभल जिले को दहला दिया। 19 वर्षीय मंजू की गला दबाकर हत्या उसके पिता और भाई ने ही कर दी, क्योंकि उन्हें डर था कि बेटी के पड़ोसी युवक से रिश्ते की बात सामने आने से समाज में बदनामी होगी। हैरानी की बात यह रही कि हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट तक बदलवाने की कोशिश की गई और एक फार्मासिस्ट को 50 हजार रुपये की रिश्वत दी गई। पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
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बदनामी के डर से बेटी को उतारा मौत के घाट
आरोपियों Photograph: (MORADABAD )
संभल में 13 दिन पहले हुए 19 वर्षीय मंजू हत्याकांड का पुलिस ने आज सनसनीखेज खुलासा किया। ऑनर किलिंग के इस मामले में मृतका के पिता, भाई सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या के बाद आरोपियों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेरफेर करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के फार्मासिस्ट को 50 हजार रुपये की रिश्वत दी थी। पुलिस ने आरोपी फार्मासिस्ट को भी गिरफ्तार कर लिया है।
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एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई हत्या का खुलासा किया
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने प्रेस वार्ता कर बताया कि रजपुरा थाना क्षेत्र के गांव हैमदपुर निवासी चंद्रकेश ने 31 मई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी बेटी मंजू की हत्या गांव के कुछ लोगों ने की है। लेकिन जब पुलिस ने मामले की गहराई से जांच की तो पूरा घटनाक्रम सामने आ गया। मृतका मंजू का प्रेम-प्रसंग गांव के ही शादीशुदा युवक प्रमोद से काफी समय से चल रहा था। प्रमोद की पत्नी पूनम ने दोनों की बातचीत की ऑडियो सुन ली था जो उसने अपने भाई उमेश को भेज दी। इसी बात को लेकर 26 मई को मंजू और पूनम में विवाद हुआ। रात को प्रमोद ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की और इस दौरान मंजू का भाई धर्मेंद्र भी प्रमोद के घर पहुंच गया। इससे मामला गांव में खुलकर सामने आ गया, जिससे मंजू का परिवार शर्मसार हो गया।
हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए साजिश रची
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बदनामी के डर से 27 मई की सुबह चंद्रकेश और धर्मेंद्र ने मिलकर मंजू की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को फांसी के फंदे से लटका दिया। हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उन्होंने पूरी साजिश रची। इसके बाद चंद्रकेश, धर्मेंद्र, जयप्रकाश और प्रवेश ने मिलकर प्रमोद, पूनम, उमेश और अन्य पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने की साजिश की।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेरफेर के लिए सौदा तय किया
एसपी ने बताया कि आरोपियों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने के बजाय फांसी से मौत दिखाने की योजना बनाई। इसके लिए उन्होंने सीएचसी बहजोई में तैनात फार्मासिस्ट मधुर आर्य से संपर्क किया और 50 हजार रुपये में सौदा तय किया। मधुर आर्य ने पैसे लेकर पोस्टमार्टम एक दिन देर से करवाया। जांच में सामने आया कि वह कई मामलों में पैसे लेकर मेडिकल रिपोर्ट में हेरफेर करता था। खुद को फार्मासिस्ट संघ का जिलाध्यक्ष बताकर वह प्रभाव जमाता था।
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सभी आरोपी सलाखों के पीछे
पुलिस ने चंद्रकेश, धर्मेंद्र, जयप्रकाश, प्रवेश और फार्मासिस्ट मधुर आर्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मधुर आर्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है जिससे ऐसे भ्रष्ट तंत्र को बेनकाब किया जा सके।
पुलिस की तत्परता से सामने आया सच
एसपी विश्नोई ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जब गला दबाने से मौत की पुष्टि हुई तभी से पुलिस को शक हुआ और तकनीकी जांच के बाद हत्या की पूरी साजिश उजागर हो गई। पुलिस की तत्परता और निष्पक्ष जांच से यह ऑनर किलिंग का मामला उजागर हो सका।