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कोरोना काल में ली गई फीस को करना होगा वापस: अनुज गुप्ता

सुप्रीम कोर्ट ने निजी स्कूलों की वित्तीय जांच के लिए न्यायिक जांच कमेटी गठित की है। इसमें कोरोनाकाल में वसूली गई अत्यधिक फीस की भी जांच की जाएगी। मुरादाबाद पेरेंट्स ऑफ ऑल स्कूल के अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने यह जानकारी दी।

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Anupam Singh
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अनुज गुप्ता।

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वाईबीएन, संवाददाता।

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सुप्रीम कोर्ट ने निजी स्कूलों की वित्तीय जांच के लिए न्यायिक जांच कमेटी गठित की है। इसमें कोरोनाकाल में वसूली गई अत्यधिक फीस की भी जांच की जाएगी। मुरादाबाद पेरेंट्स ऑफ ऑल स्कूल के अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान निजी स्कूलों ने छात्रों से फीस लगातार वसूली थी। स्कूलों की बैलेंस शीट के आंकलन के लिए जांच समिति का गठन करने का निर्णय अभिभावकों के हित में रहेगा।

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सचिव अंकित अग्रवाल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट कह चुका है कि 15 प्रतिशत रिबेट एक बेंच मार्क है। उपसचिव राजदीप गोयल ने बताया कि उत्तर प्रदेश से लगभग 17 स्कूल हैं, जिन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी दाखिल की थी। हालांकि मुरादाबाद का कोई भी स्कूल सर्वोच्च न्यायालय नहीं गया है। इसीलिए उन 17 स्कूलों को छोड़ कर सभी स्कूलों को 15 प्रतिशत फीस छात्रों को वापसी करनी होगी। यहां बता दें कि जो भी निजी स्कूल  उच्च न्यायालय इलाहाबाद के करोना काल के दौरान ली गईं स्कूल फीस में से 15% लौटाने वाले आदेश को चुनौती देने सर्वोच्च  न्यायालय पहुंचे थे, सभी की बैलेंस शीट की बारीकी से जांच व ऑडिट सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज और सी.ए.की जांच समिति करेगी।

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