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Photograph: (moradabad)
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता l मुरादाबाद मंडल में दो हजार करोड़ रुपये के टर्नओवर वाली फर्मों में 370 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का मामला सामने आने के बाद विशेष अनुसंधान शाखा (एसआईबी) ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। मंडल के मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर, अमरोहा और संभल में केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) में पंजीकृत फर्मों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
पीतल स्क्रैप और जस्ता कारोबार पर नजर
प्राथमिक जांच में सबसे अधिक फर्जी बिलिंग पीतल, स्क्रैप, जस्ता और रांग कारोबारी नेटवर्क से जुड़े होने का संकेत मिला है। एसआईबी की टीमों को दिल्ली और आगरा की स्क्रैप मंडियों से जुड़े व्यापारियों के संदिग्ध लेन-देन की जानकारी मिली थी।
कागजों में कुछ जमीन पर कुछ
कई फर्मों ने वास्तविक माल के बिना करोड़ों रुपये के बिल जारी किए, ताकि अन्य फर्मों को इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का फायदा मिल सके। गोदामों के सत्यापन में स्टॉक और बिलों में बड़ा अंतर पाया गया।
सर्वे, तलाशी और गोदाम निरीक्षण किए जाएंगे
परिवहन यूनियन और टोल प्लाजा के डाटा का मिलान होगा। फर्मों की पुराने तीन वर्षों की खरीद-बिक्री, बैंक स्टेटमेंट, जीएसटीआर-1 और जीएसटीआर-3बी की तुलना की जाएगी। सर्वे, तलाशी और गोदाम निरीक्षण किए जाएंगे।
अपर आयुक्त ग्रेड-वन राज्यकर अशोक कुमार सिंह ने बताया कि सरकार की मंशा फर्जी बिलिंग को खत्म कर असली कारोबारियों को पारदर्शी माहौल देना है। जांच में और भी फर्मों पर कार्रवाई की तैयारी है।
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