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Photograph: (moradabad )
मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता मुरादाबाद मझोला नवीन मंडी इन दिनों शहर में सबसे चर्चित है। एक प्रकरण खत्म नहीं होता दूसरा शुरू हो जाता है। अभी तो ना ही कब्जदारों से जमीन खाली करने का मसाला खत्म हुआ है और ना ही कर्मचारियों पर पैसे लेकर लाइसेंस बांटने के लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपी खत्म हुए हैं । उसके पहले ही मंडी सचिव का एक वीडियो रिश्वत लेते हुए वायरल हो गया , जिसको लेकर पूरे मुरादाबाद में मंडी के अधिकारियों की कार्यशैली पर लोग तरह-तरह की बातें बना रहे हैं। लोगों की मांग है मंडी सचिव को सस्पेंड कर देना चाहिए और इनका तबादला पूर्वांचल में कर देना चाहिए।
मंडी सचिव मात्र ₹1000 की रिश्वत के लिए सामने वाली से जिरह करती हुई नजर आई
आरोप तो यहां तक लग रहा है कि जब नवीन मंडी मझोला में कुल 253 दुकान थी तो तत्कालीन मंडी सचिव, मंडी निरीक्षक और सभापति ने मिलकर कैसे 550 अधिक लाइसेंस बांट दिए। जब बांट दिए तो किस आधार पर बांटे। आखिर जिसको लाइसेंस दिया गया । उन्हीं लोगों ने अब मंडी की कई सौ करोड़ की जमीनों पर कब्जा कर रखा है और वह खाली नहीं करना चाहते । यह मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ कि उसके पहले मंडी सचिव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है उसे वीडियो में मंडी सचिव मात्र ₹1000 की रिश्वत के लिए सामने वाली से जिरह करती हुई नजर आ रही हैं। नवीनीकरण करना है तो ₹1000 देना होगा।
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विडियो वायरल होने पर क्या बोली मंडी सचिव महादेवी
मंडी सचिव महादेवी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने यह तो स्वीकार किया वीडियो उसे समय का है जब वह मंडी सचिव नहीं बल्कि मंडी निरीक्षक के पद पर तैनात थी । मगर जो लाइसेंस रिन्यू के नाम पर ₹1000 की रिश्वत मांगी जा रही है। उसे पर मंडी सचिव ने यह बताया जब मैं वीडियो देखूंगी तभी कुछ बोल पाऊंगी हालांकि उनके भ्रष्टाचार के कारनामे से मंडी के हर व्यापारी और कारोबारी वाकिफ हैं।
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