मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
मंडी समिति के अवैध कब्जेदारों ने मंडी बंद करने का ऐलान तो कर दिया लेकिन चंद घंटों बाद ही हड़ताल समाप्त करनी पड़ी।सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव के आदेश दिया था कि नवीन मंडी में करोड़ों की संपत्ति पर अवैध रूप से काबिज कब्जेदारों से सरकारी जमीन कब्जा मुक्त कराई जाएगी। सिटी मजिस्ट्रेट ने अवैध निर्माण को खाली करने का अल्टीमेटम दिया था जिसके बाद मंडी समिति में मौजूद आढ़तियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था, मंडी समिति के सैकड़ों आढ़ती इकट्ठा होकर जिला प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए मंडी बंद कर दी थी। जिसके बाद प्रशासन की सख्त हिदायत के बाद मंडी माफियाओं ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय ले लिया।
यह भी पढ़ें: दलित लड़की से गैंगरेप पर मुरादाबाद की राजनीतिक सियासत गरम
मंडी इंस्पेक्टर और पूर्व सचिव के देखरेख में हुआ अवैध निर्माण
नवीन मंडी समिति में करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया।मिली जानकारी के मुताबिक मौजूदा इंस्पेक्टर मुकेश पाल सिंह और पूर्व सचिव ज्योति सिंह की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। क्योंकि इनके द्वारा लगातार मंडी समिति का निरीक्षण किया जाता है। बड़ा सवाल ये भी है कि जब ये लोग ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे थे तो करोड़ों की जमीन पर कब्जा कैसे हो गया। खबर है कि पूर्व सचिव ज्योति सिंह और मंडी इंस्पेक्टर मुकेश पाल सिंह ने मोटी रकम लेकर अपनी देखरेख में निर्माण कराया है। और यहां से अकूत संपत्ति और धन अर्जित कर लिया है।
यह भी पढ़ें: यंग भारत की खबर का असर, मंडलायुक्त ने एमडीए की बुलाई बैठक और की समीक्षा
ये हैं मंडी के भू-माफिया इनके इशारे पर चलती है मंडी
1.हाजी ज़िकरान जिसकी मंडी समिति में काफी दुकानें हैं,उससे ज्यादा उसने सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है। प्रशासन के द्वारा जमीन को खाली कराए जाने के आदेश के बाद ये मंडी माफिया सभी आढ़तियों को प्रशासन के खिलाफ बरगलाने का काम कर रहा है साथ ही इसके गुर्गों द्वारा मंडी समिति के एक ग्रुप में धमकी भरे संदेश भी वायरल किए जा रहे हैं।
2.गिरीश नाम का इस आढ़ती ने भी अवैध दुकानों और सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है इसलिए ये भी हाजी ज़िकरान के साथ अवैध कब्जे करने में माहिर है।
3.रामचंद्र नाम का ये मंडी माफिया खुद तो लाखों की कमाई करता है लेकिन पास के आढ़तियों को प्रशासन के खिलाफ बरगला रहा है इसको हाजी ज़िकरान का खास माना जाता है।
4.मोईन और मेराज ये दोनों हाजी ज़िकरान के गुर्गे है। हाजी ज़िकरान के आदेश पर ही मंडी समिति में मौजूद सब्जी मंडी और फल मंडी के आढ़तियों से वसूली की जाती है। अपनी दुकान होने के बाबजूद भी इन लोगो ने करोड़ों की जमीन पर कब्जा किया हुआ है।
5.कंचन सक्सेना ने मंडी समिति में कई दुकानों पर अवैध कब्जा जमाया हुआ है। कंचन सक्सेना और कोई नहीं बल्कि लंबे समय तक एक अखबार में फोटोजर्नलिस्ट रहे सतीश सक्सेना की पत्नी हैं। जिन्होंने मंडी समिति के माफियाओं से सेटिंग करके अपनी पत्नी के नाम अवैध तरीके से दुकान दिला रखी है और सरकारी भूमि पर भी कब्जा कर रखा है। मिली जानकारी के मुताबिक जैसे ही इस बात की जानकारी अखबार के ऑफिस में पता चली तो सतीश सक्सेना को संस्थान छोड़ना पड़ा।
यह भी पढ़ें: Moradabad: घरेलू विवाद में पति पत्नी ने एक दूसरे पर किया तेजाब से हमला,अस्पताल में भर्ती
दोबारा हो सकती है हड़ताल
आज प्रशासन के आदेश पर भूमाफियाओं ने हड़ताल तो वापस ले ली लेकिन खबर ये है कि हाजी ज़िकरान अपने गुर्गों के साथ मिलकर कोई बड़ी प्लानिंग में लगा हुआ है। हाजी ज़िकरान ने कहा है कि चाहे कुछ हो जाए मंडी से कब्जा नहीं छोड़ेंगे,ईंट से ईंट बजा देंगे।