मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता। कहते हैं, सरकारी काम है तो सरकारी की तरह ही होगा... है तो यह जुमला। मगर यह जुमला एनएचआई के पीडी पर बिल्कुल सटीक बैठ रहा है। मुरादाबाद रिंग रोड बनाने वाली निर्माण एजेंसी एनएचआई के पीडी की सुस्ती रिंग रोड के निर्माण में बाधक बन रही है।
शहर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव और प्रदूषण के दृष्टिगत रिंग रोड के निर्माण जरूरत महसूस हुई है। वर्ष 2023 में रिंग रोड निर्माण की परियोजना शासन स्तर से स्वीकृत हुई। एनएच-9 पर करीब 33 किलोमीटर लंबी इस रिंग रोड का निर्माण इसी वर्ष सितंबर तक बनकर पूरा हो जाना था। मगर परियोजना निदेशक की सुस्ती की वजह से यह निर्माण अधर में लटक गया और अब इसे पूरा होने पर करीब एक वर्ष का समय और लगेगा।
जब इस रिंग रोड के निर्माण में एक वर्ष और लगेगा। यह वर्ष 2026 में बनकर तैयार होगा तो जाहिर इस एक साल में रिंग रोड की लागत भी बढ़ जाएगी, क्योंकि एक वर्ष के भीतर मैटेरियल के दाम बढ़ जाते हैं। लेबर चार्ज बढ़ जाता है। यहां तक डीजल के रेट तक बढ़ जाते हैं।
यह रिंग रोड दिल्ली रोड से शुरू होकर रामगंगा पार कर रामपुर रोड से जीरो प्वाइंट पर जुड़ेगा। दिल्ली रोड, रामपुर रोड, कांठ रोड और काशीपुर मार्ग जैसे प्रमुख मार्गों को जोड़ने वाले इस रिंग रोड के बनकर पूरा होने शहरवासियों की जाम की समस्या से अभी जूझना पड़ेगा।
एनएचआई मुरादाबाद परिक्षेत्र के पीडी अरविंद कुमार मौसम और किसानों को देरी की वजह बताते हैं। उनके मुताबिक बारिश की वजह से दो से तीन महीने काम रुक गया। कुछ किसानों ने जमीन देने में कुछ रुकावट पैदा की। इस वजह से समयावधि बढ़ गई।