Moradabad: जिला बाल संप्रेक्षण गृह में संगीत सिखाकर, आत्मनिर्भर बना रही पूजा राणा
Moradabad: संगीत को मनोरंजन का सबसे अच्छा साधन माना गया है। इसी के मद्देनजर मुरादाबाद स्थित जिला बाल संप्रेक्षण गृह में बंद कैदियों के मनोरंजन के लिए संगीत सिखाया जाएगा। जेल में ये सुविधा निशुल्क रहेगी।
मुरादाबाद वाईवीएन संवाददाता।संगीत को मनोरंजन का सबसे अच्छा साधन माना गया है। इसी के मद्देनजर मुरादाबाद स्थित जिला बाल संप्रेक्षण गृह में बंद कैदियों के मनोरंजन के लिए संगीत सिखाया जाएगा। जेल में ये सुविधा निशुल्क रहेगी। संगीतकार पूजा राणा ने बताया कि वह पिछले ढाई साल से बाल संप्रेक्षण गृह में कैदियों को हारमोनियम, ढोलक और अन्य संगीत वाद्य यंत्रों की कला सिखा रही हैं। उन्होंने बताया कि इन वर्षों में सैकड़ों बंदियों को संगीत सिखा चुकी हैं। जेल से छूटने के बाद वे लोग आपका सेंटर भी चला रहे हैं। जिससे उन्हें समाज में एक नई पहचान के साथ साथ आर्थिक मदद भी मिल रही है।
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Photograph: (Moradabad: )
संगीत के माध्यम से समाज में बन रही पहचान
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समाज में जेल से छूटे कैदियों को हीन भावना से देखा जाता है। इसी संगीतकार पूजा राणा ने ये पहल की है। पूजा राणा ने बताया कि जेल में कैदियों को निःशुल्क संगीत सिखाती हैं। जिससे उन्हें यह एहसास हो कि जिंदगी में सुधार संभव है और बाहर निकलकर वे बेहतर इंसान बन सकते हैं। कई महिला और पुरुष कैदियों की जिंदगी बदली है।