Moradabad: थैलेसीमिया मरीजों के लिए मुरादाबाद में राहत, जिला अस्पताल में अलग वार्ड शुरू
Moradabad: थैलेसीमिया जैसी गंभीर और खर्चीली बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए मुरादाबाद से एक राहत भरी खबर सामने आई है। अब जिले के मंडल स्तरीय जिला अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ितों के इलाज की सुविधा शुरू कर दी गई है।
मुरादाबाद वाईवीएन संवाददाता।थैलेसीमिया जैसी गंभीर और खर्चीली बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए मुरादाबाद से एक राहत भरी खबर सामने आई है। अब जिले के मंडल स्तरीय जिला अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ितों के इलाज की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसके तहत एक विशेष वार्ड बनाया गया है, जहां मरीजों को भर्ती कर खून चढ़ाने की प्रक्रिया कराई जाएगी।
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बच्चा वार्ड के पास बना थैलेसीमिया वार्ड
Photograph: (MORADABAD )
इस सुविधा से विशेष रूप से गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बड़ा लाभ मिलेगा, जिन्हें अब महंगे प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने की मजबूरी नहीं रहेगी। अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा ने जानकारी दी कि यह नया वार्ड जिला अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित बच्चा वार्ड के समीप बनाया गया है। यहां थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों को आरामदायक बेड पर लिटाकर सुरक्षित तरीके से खून चढ़ाया जाएगा।
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मरीजों को मिलेगी आधुनिक चिकित्सा सुविधा
थैलेसीमिया मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले ल्यूको फिल्टर बैग और आयरन चिलेटिंग दवा भी अब अस्पताल में उपलब्ध करा दी गई है। ल्यूको फिल्टर बैग की मदद से खून चढ़ाने से पहले उसमें मौजूद श्वेत रक्त कणिकाएं अलग कर दी जाती हैं, जिससे मरीज को बार-बार खून चढ़ाने के कारण होने वाले साइड इफेक्ट से बचाया जा सकेगा। आयरन चिलेटिंग दवा देने से मरीजों के शरीर में आयरन की अधिकता नहीं होगी, जो कि हार्ट और किडनी पर बुरा असर डाल सकती है।
सौ से अधिक मरीज पंजीकृत
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फिलहाल जिला अस्पताल में थैलेसीमिया के करीब 100 मरीज पंजीकृत हैं, जिनमें बच्चों की संख्या अधिक है। इस नई सुविधा से इन सभी मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा सकेगा। स्वास्थ्य विभाग की इस पहल को आमजन ने सराहा है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में अन्य गंभीर बीमारियों के लिए भी इस तरह की सुविधाएं सरकारी अस्पतालों में बढ़ाई जाएंगी।