Moradabad: महानगर बाहर से स्मार्ट, अंदर गलियां पड़ी खोखली
महानगर स्मार्ट सिटी तो दूर की बात है। अभी स्मार्ट बनने में ही काफी वक्त लग जाएगा। क्योंकि शहर की गलियां आज भी विकास की राह देख रही है।मोहल्ले में लोगों को टूटी सड़कें और चोक नालियां का सामना करना पड़ रहा है।
महानगर को स्मार्ट सिटी तो दूर की बात है। अभी स्मार्ट बनने में ही काफी वक्त लग जाएगा। क्योंकि शहर की गलियां आज भी विकास की राह देख रही है। अभी तक मोहल्ले में लोगों को टूटी सड़कें और चोक नालियां का सामना करना पड़ रहा है।
यंग भारत की टीम ने जब वार्ड 20 का जायजा लिया, तो यहां वार्ड में घुसते ही जगह-जगह सड़कें उखड़ी पड़ी थी और गलियों में नालियां चौंक पड़ी थी। अब लोगों को गंदगी के बीच ही गुजर बसर करनी पड़ रही है।
दरअसल वार्ड 20 अभी भी विकास की राह देख रहा है। यहां ना तो सरकारी तंत्र और न ही स्थानीय पार्षद विकास कर सकें। अब काशीराम नगर डी ब्लॉक में लोगों को टूटी सड़कों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं यहां नालियां चोक पड़ी हैं। वहीं काशीराम नगर मुख्य मार्ग पर सफाई कर्मी नियमित रूप से साफ सफाई करने नहीं आते हैं, जिस वजह से लोगों को गंदगी का सामना करना पड़ता है। फिलहाल स्थानीय लोगों को पार्षद की अनदेखी का सामना करना पड़ रहा है।
संजू।
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स्थानीय निवासी संजू का कहना है कि नियमित रूप से सफाई कर्मी नहीं आते हैं जिस वजह से घरों के आगे गंदगी पसली रहती है इतना ही नहीं सड़के भी जगह-जगह टूटी पड़ी है।
शकुंतला सैनी
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स्थानीय निवासी शकुंतला सैनी का कहना है कि डी ब्लॉक में जगह-जगह सड़क पड़ी है हम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है कई बार जिम्मेदारों को अपनी समस्या के बारे में बताया लेकिन कोई समाधान नहीं हो सका है।
आशु चौरसिया
स्थानीय निवासी आशु चौरसिया का कहना है कि इंदिरा हाउसिंग सोसायटी की तरफ पेयजल की काफी समस्या है जबकि हम लोग वॉटर टैक्स भी निगम को भरते हैं। हमारी समस्या का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए।
प्रेम पाल।
दुकानदार प्रेमपाल का कहना है कि नियमित रूप से साफ सफाई नहीं होती है। दुकान के पास में प्लाटों में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, जिस वजह से हम लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।