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मुरादाबाद के व्यापारियों और नगर निगम में छिड़ी जंग, दोनों झुकने को तैयार नहीं, एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में निगम

मुरादाबाद के व्यापारियों और नगर निगम के बीच लंबे अर्से से चल रहा शीतकालीन युद्ध अब जंग के मैदान में तब्दील हो गया। बिकवाली के सीजन होली और ईद जैसे त्योहार के मध्य ना तो नगर निगम झुकने को तैयार और ना ही व्यापारी।

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Anupam Singh
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मेयर विनोद अग्रवाल और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते व्यापारी बंधु।

वाईबीएन, संवाददाता।

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मुरादाबाद के व्यापारियों और नगर निगम के बीच लंबे अर्से से चल रहा शीतकालीन युद्ध अब जंग के मैदान में तब्दील हो गया। बिकवाली के सीजन होली और ईद जैसे त्योहार के मध्य ना तो नगर निगम झुकने को तैयार और ना ही व्यापारी। व्यापारियों ने अपनी दुकानें सामूहिक रूप से बंद कर हड़ताल शुरू कर दी। मगर इसका असर नगर निगम के मुखिया पर रत्तीभर नहीं है। मगर समस्या यह है, बीच का रास्ता निकालने को कोई तैयार नहीं है। अब देखना यह है कि नगर निगम और व्यापारियों की लड़ाई आखिरकार कब तक चलती है। चहीं अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह ने देर शाम बताया कि अब व्यापारियों पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। 

नगर निगम का आरोप

कई दशक पहले नगर निगम ने 700 दुकानों को व्यापारियों को किरायेदारी नियमावली के तहत आवंटित कर रखा था। मगर इसका किराया नहीं बढ़ाया था। नगर निगम का आरोप है कि जिन व्यापारियों को दुकानें पूर्व में आवंटित हुईं थी। वह तो नगर निगम को दो-चार सौ रुपये किराया देते हैं। मगर उन्होंने उसी दुकान को हजारों रुपये भाड़े पर उठा कर खुद महीने के 20 से 25 हजार कमा रहे हैं तो नगर निगम को भी किराये में बढ़ोत्तरी का हक है।

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बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव हुआ पास

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जनवरी माह में मेयर की अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक आहूत की गई थी, जिसमे सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास हुआ कि शिकमी किरायेदार के लिए तय किराये का 30 गुना प्रीमियम के साथ 50 हजार नामांतरण शुल्क देना होगा। इसके अलावा वारिसान किरायेदार को 25 गुना प्रीमियम के साथ 25 हजार रुपये नामांतरण शुल्क की अदायगी करनी होगी। जबकि दिव्यांग किरायेदार को निर्धारित कराये का 10 गुना प्रीमियम के साथ 25 हजार रुपये नामांतरण शुल्क देना होगा।

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व्यापारी लगा रहे हैं मेयर और नगर आयुक्त के मुर्दाबाद के नारे

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होली व ईद जैसे बिकवाली सीजन में व्यापारियों ने उपरोक्त किराये की बढ़ोत्तरी के विरोध में अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिये हैं और धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। वह मेयर, और नगर आयुक्त के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। व्यापारियों ने कहा कि उनकी मांग बिल्कुल जायज है। हम लोग किराया बढ़ाने की विरोधी बिल्कुल नहीं है। मगर एकाएक इतना अधिक किराया बढ़ा देना यह गलत है। जब उनसे पूछा गया कि आप लोग मेयर व नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी क्यों कर रहे हैं? तो उनका कहना है कि मेयर, विधायक, नगर आयुक्त ने उनको आश्वासन दिया था कि 7 मार्च को बैठक कर वैकल्पिक हल निकाला जाएगा। मगर इन तीनों ने उनकी नहीं सुनीं। यहां बता दें कि चौमुखा पुल, बुध बाजार, टाउन हॉल, जेल रोड सहित सभी आवंटियों के संस्थान पूर्ण रूप से हैं।

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हिंदू होली तो मुस्लिम व्यापारी नहीं मनायेंगे ईद

व्यापारियों ने अल्टीमेटम दिया है कि बिकवाली सीजन में उन्हें बंद रखने की वजह लाखों का घाटा हो रहा है। इसलिए हिंदू व्यापारी भाई होली और मुस्लिम व्यापारी नगर निगम की हठधर्मिता के चलते ईद का पर्व नहीं मनायेंगे, क्योंकि जब इनकम नहीं होगी तो त्योहार कहां से मनाएंगे।

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हठधर्मिता पर उतारू हैं मेयर विनोद अग्रवाल

नगर नगर निगम किरायेदार समिति के अध्यक्ष रतन भाटिया ने बताया कि कुल 1100 दुकानें हैं। एकाएक किराया और प्रीमियम 30 गुना कर देना जुल्म और ज्यादती है। वह लोग मेयर विनोद अग्रवाल की ज्यादतियों को नहीं सहेंगे। नगर निगम ने जो नोटिस दिया है। उसे वापस लिया जाए। 

व्यापारियों पर दर्ज होगी एफआईआर : सिंह

अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह ने बताया कि नगर निगम से धोखाधड़ी करने वाले 76 दुकानदारों के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा। 420 बीसी समेत कई गंभीर आपराधिक धाराओं में केस दर्ज होगा। 76 कारोबारियों ने 200 से 500 रुपए में अलॉट हुई दुकानें कई गुना रेट पर दूसरों को किराए पर दे दी। अवैध रूप से दुकानों में काबिज 46 दुकानदारों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही होगी। 

 

 

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