ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कानपुर से ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के औद्योगिक सेक्टर इकोटेक-8 और 10 में स्थित 132 केवी क्षमता के दो विद्युत उपकेंद्रों का लोकार्पण किया। इन दो उपकेंद्रों के चालू होने से करीब 30 हजार उपभोक्ताओं को फायदा होगा। इससे नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड (एनपीसीएल) को निर्बाध बिजली आपूर्ति करने में मदद मिलेगी। नए विद्युत उपकेंद्रों का निर्माण उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीटीसीएल) द्वारा किया गया है।
बढ़ती आबादी और नए उद्योग ने बढ़ाई बिजली की मांग
ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनी एनपीसीएल उत्तर प्रदेश विद्युत निगम व अन्य स्रोतों से बिजली लेकर उसे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का काम करती है। इस समय ग्रेटर नोएडा शहरी व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में 180 मेगावाट तक बिजली की मांग है। आबादी बढ़ने और नए उद्योग लगने से बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसको देखते हुए बिजली के नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है। इसके तहत ही इकोटेक-8 और 10 में 132-132 केवी क्षमता के विद्युत उपकेंद्र का निर्माण किया गया है।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही औद्योगिक सेक्टरों को भी लाभ होगा
एनपीसीएल के अधिकारी के मुताबिक, इन दो विद्युत उपकेंद्रों के चालू होने से करीब 30 हजार उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो जाएगी। शहरी और ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ औद्योगिक सेक्टरों को भी काफी लाभ होगा।
कासना, हतेवा और गिरधरपुर समेत 50 गांवों को मिलेगी निर्बाध बिजली
ग्रामीण इलाकों में कासना, हतेवा और गिरधरपुर सहित करीब 50 गांवों के उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। वहीं शहरी क्षेत्र में आवासीय सेक्टर ओमीक्रॉन और ज्यू के साथ औद्योगिक सेक्टर इकोटेक-11, इकोटेक- 10, इकोटेक-8, इकोटेक-6, साइट-5 और टेकजोन-2 को लाभ होगा।
बिजली आपूर्ति में और अधिक सुधार होगा
एनपीसीएल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परिचालन सारनाथ गांगुली ने बताया कि 132 केवी क्षमता के दो विद्युत उपकेंद्रों के चालू होने से बिजली आपूर्ति में और अधिक सुधार होगा। उनका कहना है कि निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए एनपीसीएल अपने नेटवर्क को भी मजबूत करने का काम कर रहा है। जरूरत के मुताबिक, ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने के साथ उपकेंद्रों का निर्माण भी किया जा रहा है।