वाईबीएन नेटवर्क, नोएडा। चीन की सस्ती वस्तुएं अब भारत में बड़ी तादाद में घुसपैठ कर सकती हैं! अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा लगाए गए 145% टैरिफ के बाद चीन अपनी माल की खपत के लिए नए बाजारों की तलाश में है और भारत उसकी रडार पर है। इसी गंभीर आशंका को लेकर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, नोएडा इकाई ने बैठक कर चिंता जताई।
चीनी सामान भारतीय उद्योग के लिया खतरा
प्रतिनिधि मंडल के चेयरमैन नरेश कुच्छल ने कहा, अमेरिका में टैरिफ बढ़ने के चलते चीन के लिए वहां व्यापार करना महंगा हो गया है। अब वो भारत जैसे विकासशील देश में अपने सस्ते उत्पाद बेचकर अपनी इकॉनमी को बचाना चाहता है। उन्होंने चेताया कि अगर भारत सरकार ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए तो भारतीय बाजार चीनी डंपिंग का शिकार बन सकता है। : tarrif | noida city | noida news
चीन को लुभा रहा है भारत का ये वर्ग
बैठक में वरिष्ठ नेता राम अवतार सिंह और महामंत्री मनोज भाटी ने बताया कि भारत का मध्यम वर्ग, बढ़ती खपत और विशाल जनसंख्या, चीन को यहां निवेश और डंपिंग के लिए आकर्षित कर रही है। उन्होंने कहा कि चीन पहले से ही मोबाइल, लैपटॉप, सोलर सेल और स्टील जैसे क्षेत्रों में भारत में कब्जा जमा चुका है। सस्ते दामों के कारण भारतीय व्यापारी और लघु उद्योग टिक नहीं पा रहे।
कई छोटे उद्योग हो चुके हैं बंद
बैठक में यह भी कहा गया कि सस्ते चीनी सामान की वजह से भारत के कई स्थानीय उत्पादक पीछे हट चुके हैं, और कई ने तो अपने कारोबार तक बंद कर दिए। चीन की डंपिंग पॉलिसी से देश की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री, MSMEs और स्थानीय रोजगार पर खतरा मंडरा रहा है।
यह व्यापारी रहे मौजूद
बैठक में चैयरमैन नरेश कुच्छल, अध्यक्ष राम अवतार सिंह, वरिष्ठ महामंत्री मनोज भाटी व दिनेश महावर, सत्यनारायण गोयल, संदीप चौहान, मूलचंद गुप्ता, पीयूष वालिया, विपिन अग्रवाल, राधेश्याम गोयल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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