ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन संवाददाता।
स्मार्ट इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की तर्ज पर ग्रेटर नोएडा में विकसित की जा रही साथ ही कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिसके लिए टेंडर जारी कर दी गई है। इच्छुक कंपनियां 7 मई तक प्रस्ताव जमा कर सकती हैं।
40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे
इस परियोजना पर 40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रथम चरण में 140 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (सीसीसी) की मदद से ट्रैफिक व सुरक्षा व्यवस्था के साथ जलापूर्ति, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, बिजली, स्ट्रीट लाइट, सीवरेज सहित सभी मूलभूत सुविधाओं की निगरानी हाईटेक तरीके से की जाएगी। प्राधिकरण क्षेत्र में 750 एकड़ में विकसित की जा रही टाउनशिप में सभी जरूरी सुविधाएं एक ही परिसर में मिलेंगी।
19 कंपनियों को भूखंड आवंटित किए जा चुके
यहां अब तक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की 19 कंपनियों को भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं। इनमें से हायर इलेक्ट्रॉनिक्स सहित चार कंपनियों ने उत्पादन भी शुरू कर दिया है। वहीं ग्रुप हाउसिंग और व्यावसायिक भूखंडों की योजना लॉन्च करने की तैयारी चल रही है। योजना के मुताबिक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की मदद से सभी आवश्यक सेवाओं को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा।
फाइबर-टू-द-एक्स (एफटीटीएक्स) नेटवर्क के माध्यम से जुडे़गा
अधिकारी के मुताबिक इन व्यवस्थाओं को फाइबर-टू-द-एक्स (एफटीटीएक्स) नेटवर्क के माध्यम से जोड़ा जाएगा। टाउनशिप में उच्च क्षमता के 140 सीसीटीवी और एएनपीआर कैमरे लगाए जाएंगे,जो वाहनों की आवाजाही पर नजर रखने के साथ ब्लैक लिस्टेड लाइसेंस प्लेट का पता लगाने और वास्तविक समय में अधिकारियों को सतर्क करने में मदद करेंगे। कोई भी अप्रिय घटना होने या मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी समस्या उत्पन्न होने पर कंट्रोल सेंटर को तुरंत सूचना मिल जाएगी। इससे समय रहते समस्या के समाधान में मदद मिलेगी।
प्रेरणा सिंह, एसीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बताया कि टाउनशिप में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था और मूलभूत सुविधाओं की 24 घंटे निगरानी के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसके लिए निविदा जारी कर दी गई है। टाउनशिप में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। कंपनी का चयन कर इस परियोजना पर जल्द काम शुरू कर दिया जाएगा।