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Greater Noida से अगवा किशोरी से गैंगरेप, सहेली की मौत, कहानी सुन सिहर जाएंगे

ग्रेटर नोएडा से अगवा किशोरी से गैंगरेप, सहेली की हाईवे पर फेंककर हत्या। 172 किमी तक चले आरोपियों को नहीं रोक सकी पुलिस। कहानी सुन सिहर जाएंगे

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Dhiraj Dhillon
ग्रेटर नोएडा से अगवा करने के बाद रात भर चलती कार में रेप

Photograph: (Google)

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ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से शुरू हुई दरिंदगी की कहानी ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। एक किशोरी और उसकी सहेली को नौकरी का झांसा देकर अगवा किया गया और फिर एक पूरी रात गैंगरेप किया गया। जब सहेलियों ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की तो एक को कार से फेंक दिया गया, जिसे हाईवे पर वाहनों ने कुचल दिया। दूसरी किशोरी किसी तरह कार से कूदकर जान बचाकर पुलिस तक पहुंची।

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जानिए कैसे हुआ अपहरण

पीड़िता ने खुर्जा नगर कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि वह प्रतापगढ़ की रहने वाली है और अपने मामा के साथ नोएडा में रहती है। 6 मई की शाम को वह अपनी सहेली के साथ सूरजपुर कोर्ट नंबर-3 के सामने पहुंची थी, जहाँ अमित नामक युवक ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें कार में बैठाया। कार में उसका दोस्त संदीप भी मौजूद था।

जबरन पिलाई बीयर, फिर रातभर गैंगरेप

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कुछ ही दूरी पर आरोपियों ने बीयर खरीदी और किशोरियों को जबरन पिलाई। फिर एक और युवक को बुलाकर तीनों ने मिलकर पीड़िता के साथ गैंगरेप किया। सहेलियों के विरोध पर एक को कार से बाहर फेंक दिया गया, जबकि दूसरी के साथ रातभर हैवानियत की गई।

सहेली की हाईवे पर दर्दनाक मौत

आरोपियों ने दूसरी लड़की को मेरठ के टिमकिया क्षेत्र में हाईवे पर फेंक दिया, जहाँ वह वाहनों की चपेट में आकर मारी गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। दूसरी पीड़िता ने किसी तरह खुर्जा क्षेत्र में चलती कार से कूदकर जान बचाई और पुलिस को सूचना दी। उसकी जानकारी के बाद ही पूरा मामला सामने आया।

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आरोपी संदीप का आपराधिक इतिहास

गिरफ्तार आरोपी संदीप के खिलाफ पहले से कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें SC/ST एक्ट, लूट, मारपीट और चोरी जैसे मामले शामिल हैं। वह पहले भी जेल जा चुका है और छह साल पहले खुर्जा में रहता था। सीओ खुर्जा विकास प्रताप सिंह ने बताया कि संदीप सहित तीनों आरोपियों को पुलिस मुठभेड़ में घायल कर पकड़ लिया गया और 24 घंटे की रिमांड पर लिया गया। पूछताछ और सबूत जुटाने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठते हैं क्योंकि आरोपी 172 किलोमीटर तक गौतमबुद्धनगर, मेरठ, हापुड़ और बुलंदशहर जिलों से होते हुए वारदात करते रहे और कहीं कोई रोक-टोक नहीं हुई।
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