ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) पर वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत से पहले उच्च स्तरीय सुरक्षा तकनीक स्थापित की जा रही है। इसी कड़ी में हाल ही में बम निष्क्रिय करने वाले रोबोट — मिनी रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल (MROV) का सफल परीक्षण किया गया। यह स्वदेशी डिफेंस रोबोटिक सिस्टम भारत की एक अग्रणी सिक्योरिटी डिफेंस टेक्नोलॉजी कंपनी द्वारा विकसित किया गया है।
एमआरओवी रोबोट की खासियत जानिए
- किसी भी कठिन क्षेत्र में संचालन की क्षमता
- 2.5 मीटर दूरी से 20 किलोग्राम और 4 मीटर से 9 किलोग्राम वजन उठाने में सक्षम
- हाई-रेजोल्यूशन कैमरा, नाइट विजन और NBC रिकॉग्निशन सिस्टम
- वाटर जेट डिसरप्टर से बिना विस्फोट बम निष्क्रिय करना
- 500 मीटर की रेंज और 3 घंटे का बैटरी बैकअप
- सीमित स्थानों जैसे विमान, मेट्रो और ट्रेनों में उपयोग के लिए डिज़ाइन
- 90% पुर्जे भारत में निर्मित – मेक इन इंडिया डिफेंस सिस्टम को बढ़ावा
नोएडा एयरपोर्ट पर साइबर सुरक्षा के लिए Kyndryl की जिम्मेदारी
एयरपोर्ट के आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और नेटवर्क सुरक्षा की जिम्मेदारी अमेरिकी आईटी कंपनी Kyndryl को दी गई है। यह कंपनी एक AI संचालित ओपन इंटीग्रेशन प्लेटफॉर्म के जरिए सभी तकनीकी प्रणालियों की निगरानी करेगी, और संभावित साइबर अटैक से बचाव सुनिश्चित करेगी। सिस्टम रीयल टाइम में किसी भी तकनीकी गड़बड़ी, साइबर सेंधमारी, या नेटवर्क त्रुटियों की पहचान और समाधान करने में सक्षम होगा, जिससे नोएडा एयरपोर्ट भारत के सबसे सुरक्षित और अत्याधुनिक हवाई अड्डों में गिना जाएगा।